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Sushil Sarna commented on Ashok Kumar Raktale's blog post लौट रहे घन
"वाह  आदरणीय अशोक रक्ताले जी बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति हुई है सर जी । हार्दिक…"
11 hours ago
Ashok Kumar Raktale commented on Ashok Kumar Raktale's blog post लौट रहे घन
"आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत गीत रचना पर उत्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार.…"
12 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Ashok Kumar Raktale's blog post लौट रहे घन
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। बहुत मनमोहक गीत हुआ है। कोटि कोटि बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कौन हुआ आजाद-(दोहा गीत)
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। गीत पर आपके अनुमोदन से मन आस्वस्त हुआ। स्नेह के लिए आभार।"
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .परिवार
"आदरणीय अशोक रक्ताले जी सृजन पर आपकी प्रेरक प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सर  इंतजार में बुझ…"
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Sushil Sarna posted blog posts
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Ashok Kumar Raktale posted a blog post

लौट रहे घन

लौट रहे घनबाँध राखियाँधरती के आँगन कोहर इक प्यासे मन को हरी-भरी चूनर मेंधरतीमंद-मंद मुस्कायेहरा-भरा…See More
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Ashok Kumar Raktale commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .परिवार
"आदरणीय सुशील सरना जी सादर, बदलते परिवेश में टूटते परिवारों की पीड़ा को स्वर देती अच्छी दोआवाली रची…"
yesterday
Ashok Kumar Raktale commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कौन हुआ आजाद-(दोहा गीत)
"ध्वनिमत से चुपचाप जो, बढ़ा रहे तनख्वाह।कुर्सी  खातिर  रच  रहे,  भूल …"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय हरि ओम जी सृजन के भावों को आत्मीय मान देने का दिल से आभार ।"
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Hariom Shrivastava commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 158 in the group चित्र से काव्य तक
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