1. सब मिल जुल कर जियो 
 
भाई देखो यह देश और दुनियां तो सबकी हैं .
 किसी एक के बाप का हक नही है इस पर .
 फिर क्यों झगड़ा करते हैं हम बेवजह ?
 जब तक जियो सब मिल जुल कर जियो यार .
 तेरा, मेरा, इसका,उसका छोडो यह तकरार .
 सब मिल कर रहो आपस में करो प्यार .
 क्या रखा हैं हेगडी में एक दिन मर जाओगे यार . 
 
2. सरोकार 
तुम्हारे हमारे सरोकार क्या हैं 
 तुम क्या समझते हो परोपकार क्या है ?
 किसी को देना अठन्नी-रुपया 
 यह परोपकार नहीं है भैया ,
 उसे इस काबिल बनाने में करो मदद 
 कि वो खुद कमाले अठन्नी-रुपया.
 इसी को कहते है परोपकार भैया .
Comment
आदरणीय Laxman Prasad Ladiwala जी उत्साह वर्धन के लिए बहुत बहुत शुक्रिया .
आपका स्वागत है !
सन्देश अच्छा लगा - बधाई
आदरणीय अम्बरीश जी उत्साह वर्धन के लिए बहुत बहुत शुक्रिया .
नवल किशोर जी ! इस रचना के माध्यम से सार्थक सन्देश देने का बहुत अच्छा प्रयास किया है आपने! बधाई स्वीकारें !
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