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साँसों का क़र्ज़ लेकर तुझे प्यार कर रहा हूं ........

तेरा इश्क कितना मुश्किल ये तूँ भला क्या जाने
कबसे संभल संभल कर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
*********************************
तेरी राह कितनी मुश्किल ये मै ही जानता हूँ
पगडंडियों से चल कर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
*********************************
कबसे टहल रही हो इस फुल जैसे दिल पर
कांटो पे टहल कर मै तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
******************************
कहती हो आओ मिल लो नज़रें उतार लूंगी
दिल में उतर कर मै तो तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
*******************************
वादा है मेरा तुमसे कि प्यार सच्चा है ये
कितनो से झूठा बनकर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
*******************************
उस दिन जो कह दिया बस की साथ ही जियेंगे
साँसों का क़र्ज़ लेकर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
*******************************
कभी ज़िंदगी में आकर इस लाश को तो देखो
सौ बार मौत मरकर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!
********************************
तुझे क्या पता है मेरे इस प्यार का फ़साना
खुद को ही खुद से खोकर तुझे प्यार कर रहा हूँ !!


-शिवानन्द द्विवेदी "सहर"

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