For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

यह वर्ष हम सभी को हर तरह रास आये

यह वर्ष हम सभी को हर तरह रास आये--घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये

कठिनाइयों में अब तक गुज़रा हो जिसका जीवन
उम्मीद के गुलो से भर जाये उसका दमन
यह वर्ष हम सभी को जीवन नया दिखाए--घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
हर आदमी के मन से हो जाये दूर नफरत
इंसान के हो दिल में इंसान की मुहब्बत
नफरत की आँधियों से परमात्मा बचाए-घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
सन  २०१० में जो कुछ भी हो चुका है
सोचो अगर बहुत कुछ इंसान खो चुका है
यह वर्ष अब अमन का पैग़ाम लेके आये --घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
कैसी ही उलटी सीधी आ जाये घर में दौलत
खुश हो रहा है दिल में ले लेके खूब रिश्वत
हर एक कर्मचारी मालिक का खौफ खाए--घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
इस पर अमल भी करना जो कुछ कहा सुना है 
देखो "हिलाल " की ये सबसे प्राथर्ना  है
हर इक मनुष्य अपने कर्तव्य को निभाए --घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
 

 

Views: 470

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Sanjay Rajendraprasad Yadav on May 14, 2011 at 9:58am
//खूबसूरत रचना के लिये बधाई हिलाल भाई.........
Comment by Sanjay Rajendraprasad Yadav on May 14, 2011 at 9:58am
//खूबसूरत रचना के लिये बधाई हिलाल भाई.........
Comment by Sanjay Rajendraprasad Yadav on May 14, 2011 at 9:57am
मेरी आवाज़ में कुछ ऐसा असर हो जाये !

याद जिसको मै करूँ उसको खबर हो जाये !!
Comment by Sanjay Rajendraprasad Yadav on May 14, 2011 at 9:57am
मेरी आवाज़ में कुछ ऐसा असर हो जाये !

याद जिसको मै करूँ उसको खबर हो जाये !!
Comment by Hilal Badayuni on January 2, 2011 at 5:17pm

aadarniya ganesh ji arun ji mazhar sahab

aap sabko naya saal bahut bahut mubarak ho

aur meri haunsla afzaai ka bahut bahut shukriya 

Comment by Mazhar Masood on January 2, 2011 at 11:40am
बहुत अछे विचार हैं आपके हिलाल साहेब , मेरी दुआ है की खुदा आपकी दुआ कबूल करे
Comment by Mazhar Masood on January 2, 2011 at 11:39am
बहुत अछे विचार हैं आपके हिलाल साहेब , मेरी दुआ है की खुदा आपकी दुआ कबूल करे

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on January 2, 2011 at 10:36am

नव वर्ष पर नई उम्मीदों को दिखाती यह नज्म काफी खुबसूरत बनी है हिलाल भाई , इन्तजार के बाद मे नये वर्ष पर आपका आगमन निश्चित हमे उर्जन्वित करता है |

नव वर्ष और खुबसूरत नज्म हेतु बधाई स्वीकार करे |

Comment by Abhinav Arun on January 2, 2011 at 10:13am
खूबसूरत रचना के लिये बधाई हिलाल भाई |हम सब आपके साथ हैं , अच्छी कामना है आमीन !!!

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आदरणीय  निलेश जी अच्छी ग़ज़ल हुई है, सादर बधाई इस ग़ज़ल के लिए।  "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"आदरणीय रवि शुक्ल भैया,आपका अलग सा लहजा बहुत खूब है, सादर बधाई आपको। अच्छी ग़ज़ल हुई है।"
yesterday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"ब्रजेश जी, आप जो कह रहें हैं सब ठीक है।    पर मुद्दा "कृष्ण" या…"
Tuesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"क्या ही शानदार ग़ज़ल कही है आदरणीय शुक्ला जी... लाभ एवं हानि का था लक्ष्य उन के प्रेम मेंअस्तु…"
Monday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"उचित है आदरणीय अजय जी ,अतिरंजित तो लग रहा है हालाँकि असंभव सा नहीं है....मेरा तात्पर्य कि…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"आदरणीय रवि भाईजी, इस प्रस्तुति के मोहपाश में तो हम एक अरसे बँधे थे. हमने अपनी एक यात्रा के दौरान…"
Monday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आ. चेतन प्रकाश जी,//आदरणीय 'नूर'साहब,  मेरे अल्प ज्ञान के अनुसार ग़ज़ल का प्रत्येक…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाईजी, आपकी प्रस्तुति पर आने में मुझे विलम्ब हुआ है. कारण कि, मेरा निवास ही बदल रहा…"
Monday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण धामी जी "
Monday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"धन्यवाद आ. अजय गुप्ता जी "
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आदरणीय अजय अजेय जी,  मेरी चाचीजी के गोलोकवासी हो जाने से मैं अपने पैत्रिक गाँव पर हूँ।…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी,   विश्वासघात के विभिन्न आयामों को आपने शब्द दिये हैं।  आपके…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service