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हर एक पंक्ति का सवाल हर दूसरी पंक्ति जवाब लेकर आई है..
जब प्रभु पर सब कुछ छोड़ दिया है तो वह हर आंसू का जवाब देर-सवेर ले ही लेगा ...
गहरे भाव लिये लाजवाब प्रस्तुति ..हर एक की पीड़ा को शब्दों में ढालना कोई आपसे सीखे ...
आपकी लेखनी को नमन ।
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