For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

rashmi prabha
Share on Facebook MySpace

Rashmi prabha's Friends

  • sangeeta swarup
  • rajiv kumar
  • seema singhal
 

rashmi prabha's Page

Profile Information

Gender
Female
City State
Pune
Native Place
patna
Profession
writer
About me
i am a song of life

Rashmi prabha's Blog

तुम तो हो न प्रभु

 



हमेशा कई स्वर उभरे
'पैसा बहुत ज़रूरी चीज है
इतना पैसा होना चाहिए कि सुख में कोई कमी न रहे ...'
मैंने हमेशा कहा - 'पैसा ज़रूरी है पर पैसा सुख नहीं ,
'प्यार' में ज़िन्दगी है , वहाँ कोई कमी नहीं होती ... '
ऐसा कहते ... मैं…
Continue

Posted on March 5, 2011 at 3:38pm — 1 Comment

भूले से भी नहीं !!!



तुम मुझसे ज़िन्दगी के गीत सुनना चाहते हो
चाहते हो मैं सबकुछ भूलकर सहज हो जाऊँ
हंसाऊं ... एक गुनगुनाती शाम ले आऊं ...
तुम्हें पता है
ज़िन्दगी मेरे पास है
गुनगुनाती लहरें…
Continue

Posted on February 28, 2011 at 7:30pm — 18 Comments

विश्वास

पराजय कभी इतनी बड़ी नही होती कि ,

आदमी का मनोबल छीन ले जाये ...

हमेशा नए ख्वाब देखो

नक्षत्रों पर भरोसा रखो

कभी भी ' तथास्तु ' कह सकते हैं ...

इस विश्वास से ये सबक सीखो

बुरी बात कभी मुँह से मत निकालो .

बहुत दबे पाँव चलना होता है

मुसीबतें रास्ता रोके खड़ी होती हैं ,

लक्ष्य - भेद उम्र भर का मसला होता है ......

सारथी का चयन भी…
Continue

Posted on February 27, 2011 at 4:00pm — 10 Comments

Comment Wall (9 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 8:15pm on June 28, 2011, Rash Bihari Ravi said…
namaskar aapka email mila hain kahani abhi nahi bata sakte lekin thime diya gaya hain
At 7:52pm on March 5, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीया रश्मि प्रभा जी,

प्रणाम !
आपकी कविता  को महीने का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग (Best Blog of the Month) चुने जाने पर बधाई स्वीकार करे, उम्मीद है कि आगे भी आप कि रचनायें और अन्य रचनाओं पर आपकी बहुमूल्य टिप्पणियाँ पढ़ने को मिलती रहेगी,
आपका
गनेश जी "बागी"

At 7:51pm on March 5, 2011, Admin said…

आदरणीया रश्मि प्रभा जी ,

सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की कविता " भूले से भी नहीं " को महीने का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग (Best Blog of the Month) के रूप मे सम्मानित किया गया है तथा ओपन बुक्स ऑनलाइन के मुख्य पृष्ठ पर आपके छाया चित्र के साथ स्थान दिया गया है,
इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे,धन्यवाद,
आपका
एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 8:25pm on March 1, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 7:36pm on February 27, 2011, Abhinav Arun said…
एक जीवंत सक्रीय साहित्यिक मंच पर आपका हार्दिक स्वागत !!!! शब्द दीप और समृद्ध और प्रदीप्त होंगे यही कामना और विश्वास है !!!!!!!
At 3:52pm on February 27, 2011, Admin said…

रश्मि जी , आप अपनी रचनाओं को ब्लॉग section में पोस्ट कर सकती है, किसी विषय पर चर्चा फोरम section में प्रारंभ कर सकती है, OBO पर समय - समय पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग ले सकती है, अन्य साथियों की रचनाओं पर अपना बहुमूल्य टिप्पणी तथा पहले से चल रहे चर्चाओं में भाग ले सकती है | 

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार का नियम नीचे दिए लिंक पर पढ़ा जा सकता है |

http://www.openbooksonline.com/page/5170231:Page:12658

किसी  तरह की पूछ ताछ हेतु आप बेहिचक मुझे लिख सकती है |
At 2:58pm on February 27, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
At 2:53pm on February 27, 2011, rashmi prabha said…
shukriyaa
At 2:50pm on February 27, 2011, Admin said…
 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"स्वागत है"
55 minutes ago
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"वाह बहुत खूबसूरत सृजन है सर जी हार्दिक बधाई"
yesterday
Samar kabeer commented on Samar kabeer's blog post "ओबीओ की 14वीं सालगिरह का तुहफ़ा"
"जनाब चेतन प्रकाश जी आदाब, आमीन ! आपकी सुख़न नवाज़ी के लिए बहुत शुक्रिय: अदा करता हूँ,सलामत रहें ।"
Wednesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Tuesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ पचपनवाँ आयोजन है.…See More
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"तकनीकी कारणों से साइट खुलने में व्यवधान को देखते हुए आयोजन अवधि आज दिनांक 15.04.24 को रात्रि 12 बजे…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय समर कबीर जी हार्दिक धन्यवाद आपका। बहुत बहुत आभार।"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जय- पराजय ः गीतिका छंद जय पराजय कुछ नहीं बस, आँकड़ो का मेल है । आड़ ..लेकर ..दूसरों.. की़, जीतने…"
Sunday
Samar kabeer replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जनाब मिथिलेश वामनकर जी आदाब, उम्द: रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।"
Apr 14

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना

याद कर इतना न दिल कमजोर करनाआऊंगा तब खूब जी भर बोर करना।मुख्तसर सी बात है लेकिन जरूरीकह दूं मैं, बस…See More
Apr 13

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"मन की तख्ती पर सदा, खींचो सत्य सुरेख। जय की होगी शृंखला  एक पराजय देख। - आयेंगे कुछ मौन…"
Apr 13

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service