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समय पीछे से गंजा है

समय को पकड़ना
मानों ......
हाथो की हथेलियों से
बने बर्तन में
पानी को ज़मा करना ॥

समय को पकड़ना
मानो ....
समुद्र के किनारे आयी
लहरों को रोकना ॥

समय को पकड़ना
मानो ......
मुट्टी में रेत को
बाँध कर रखना ॥

समय रुकता नहीं
किसी ने सच कहा है
समय पीछे से गंजा होता है ॥
समय के आगे बाल है
चाहो तो , आगे से पकड़ सकते हो ॥
------------बबन पाण्डेय

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Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on June 13, 2010 at 11:00am
समय का पहिया अपनी निर्धारित गति से चलता रहता है, चाहे जो हो जाय समय किसी के लिये नही रुकता, दुनिया मे जो लोग समय की गति को पहचान कर उसके साथ साथ चलना शुरू किया , समय भी उनका साथ दिया और वो सफलता की सीढ़िया चढ़ते गये, और जिसने समय के साथ नही चला वो सफलता के दौर मे पिछड़ते चला गया, बबन भाई बहुत ही सुंदर रचना है, धन्यवाद,

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