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dilbag virk's Discussions (601)

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"बहुत खूब................. कल कह दिया है हार के सूरज ने शब् से ये  लो अब तुम्हारी राह…"

dilbag virk replied May 27, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २३ (Now closed with 1126 Replies)

1128 May 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"उम्मीद कर रहा हूँ वफ़ा की उन्ही से मैं....कहते हैं जो किसी के तलबगार हम नहीं...बहुत ख…"

dilbag virk replied May 27, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २३ (Now closed with 1126 Replies)

1128 May 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"हमने वतन के वास्ते अपना लहू दियाउनकी नज़र में फिर भी वफादार हम नहीं.............बहुत…"

dilbag virk replied May 27, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २३ (Now closed with 1126 Replies)

1128 May 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"शानदार आगाज"

dilbag virk replied May 27, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २३ (Now closed with 1126 Replies)

1128 May 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"इस मतलबी जहां के तलबगार हम नहीं  दिल की सुनें सदा, करें व्यापार हम नहीं | चाहा तुझे…"

dilbag virk replied May 27, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २३ (Now closed with 1126 Replies)

1128 May 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आभार"

dilbag virk replied May 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १९ (Now closed with 1021 Replies)

1021 May 10, 2012
Reply by योगराज प्रभाकर

"आभार व्यंग्य के लिए"

dilbag virk replied May 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १९ (Now closed with 1021 Replies)

1021 May 10, 2012
Reply by योगराज प्रभाकर

"कट रहे हैं पेड़ क्यों बेसाख़्ता ऐसेहो रही बेजान मेरे गाँव की माटी................ हकीक…"

dilbag virk replied May 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १९ (Now closed with 1021 Replies)

1021 May 10, 2012
Reply by योगराज प्रभाकर

"सुंदर गजल..................लेकिन क्या ऐसा कोई गाँव अभी भी है ................"

dilbag virk replied May 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १९ (Now closed with 1021 Replies)

1021 May 10, 2012
Reply by योगराज प्रभाकर

"आभार"

dilbag virk replied May 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १९ (Now closed with 1021 Replies)

1021 May 10, 2012
Reply by योगराज प्रभाकर

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