For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Sheikh Shahzad Usmani's Discussions (5,121)

Discussions Replied To (4455) Replies Latest Activity

" बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीया नीलम उपाध्याय जी। यह टिप्पणी दूसरे थ्रेड में पोस्ट हो गई…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"विस्तृत समीक्षात्मक टिप्पणी के साथ मेरी इस रचना पटल पर समय देकर हौसला अफ़ज़ाई हेतु हार…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"आपके द्वारा हौसला अफ़ज़ाई और संक्षिप्त समीक्षात्मक टिप्पणी से हम सभी को बेहतर लिखते रह…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"विस्तृत समीक्षात्मक टिप्पणी के साथ मेरी इस रचना पटल पर समय देकर हौसला अफ़ज़ाई हेतु हार…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"रचना पटल पर समय देकर हौसला अफ़ज़ाई हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीया बरखा शुक्ला जी।"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदाब। कृपया पहले भौगोलिक हालात व लोकतंत्र के ज़मीनी हालात अनुसार केवल ऊपरी बदलाव के ब…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"विषयांतर्गत बढ़िया प्रयास के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया बबीता गुप्ता जी। विभिन्न वस्त्र…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"हालात दृष्टि और दृष्टिकोण में अंतर ला देते हैं। अपराधियों के दीर्घ लंबित मामलों और ज…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"तीन पात्रों और ग्राहकों की दृष्टि उभारती विचारोत्तेजक रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणी…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय सर जी, आदाब। ग़ुस्ताख़ी मुआफ़ हो! मुझे ऐसा लगा कि यहां, इस पेशे में धकेली गई भली…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Jul 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-40 (विषय: दृष्टि)

443 Jul 31, 2018
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
2 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
7 hours ago
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
10 hours ago
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
11 hours ago
Ravi Shukla commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post साथ करवाचौथ का त्यौहार करके-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी बहुत अच्छी गजल आपने कहीं करवा चौथ का दृश्य सरकार करती  इस ग़ज़ल के लिए…"
11 hours ago
Ravi Shukla commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"आदरणीय धर्मेंद्र जी बहुत अच्छी गजल आपने कहीं शेर दर शेर मुबारक बात कुबूल करें। सादर"
11 hours ago
Ravi Shukla commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी गजल की प्रस्तुति के लिए बहुत-बहुत बधाई गजल के मकता के संबंध में एक जिज्ञासा…"
11 hours ago
Ravi Shukla commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय सौरभ जी अच्छी गजल आपने कही है इसके लिए बहुत-बहुत बधाई सेकंड लास्ट शेर के उला मिसरा की तकती…"
11 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service