For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Er. Ganesh Jee "Bagi"'s Discussions (8,124)

Discussions Replied To (5843) Replies Latest Activity

"जप करता जो झूठ का, कितना वो नादान। क्षणिक भोग ले सुख मगर, खो देता सम्मान। आहा ! यह द…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"//दो लफ्जों में उत्‍तर ढूँढ़े हो स्‍वतंत्र क्‍या पाया ? हर पथ कूचे गली गली में क्‍यू…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"दोनों कुण्डलिया छंद एक से बढ़कर एक लगें, बहुत बहुत बधाई आदरणीय गोपाल श्रीवास्तव जी।"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"अतुकांत शैली में कही गई सीधी बात दिल तक उतरती है, बहुत ही प्रभावी रचना बन पड़ी है, बह…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"ईशा मर गए,  गांधी मर गए.  मीरा को विष  पीने पड़ गए, तो क्या…………… झूठे , दम्भी, अमर ह…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"प्रदत्त विषय पर एक अच्छी रचना हुई है आदरणीय सत्यनारायण जी, बहुत बहुत बधाई।"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 13, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"जोरदार व्यंग्य से भरी है रचना, या यह कहें कि झूठ की आड़ में एक सत्य दिखा गए, बहुत बहु…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 12, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"//एक मुरदा सत्य ले कर घूमते हैं अब सभी और मन में डर लिए हैं, जी न जाए फिर कभी// क्…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 12, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 47

457 Sep 14, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"अगस्त - 2014 / प्रकाशित 09 सितम्बर - 2014 से 15 अक्टूबर तक शीर्षक :- पुष्प हरसिंगार…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Sep 9, 2014 to रचनाओं को सम्मानित करने की एक अनूठी पहल @ महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना ( Best Creation of the Month )

871 Oct 14, 2023
Reply by rohit mitro

"आशीष जी, जब मुशायरे का संकलन आ जायेगा तब आप सुधार हेतु अनुरोध कर सकते हैं।"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied Aug 31, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय सुशिल भाई , अच्छी दोहा वली की रचना की है , हार्दिक बधाई "
7 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरनीय आजी भाई , अच्छी ग़ज़ल कही है हार्दिक बधाई ग़ज़ल के लिए "
10 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"अनुज बृजेश , ग़ज़ल की सराहना और उत्साह वर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार "
14 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज जी इस बह्र की ग़ज़लें बहुत नहीं पढ़ी हैं और लिख पाना तो दूर की कौड़ी है। बहुत ही अच्छी…"
7 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. धामी जी ग़ज़ल अच्छी लगी और रदीफ़ तो कमल है...."
7 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"वाह आ. नीलेश जी बहुत ही खूब ग़ज़ल हुई...."
7 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय धामी जी सादर नमन करते हुए कहना चाहता हूँ कि रीत तो कृष्ण ने ही चलायी है। प्रेमी या तो…"
7 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय अजय जी सर्वप्रथम देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।  मनुष्य द्वारा निर्मित, संसार…"
7 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । हो सकता आपको लगता है मगर मैं अपने भाव…"
23 hours ago
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"अच्छे कहे जा सकते हैं, दोहे.किन्तु, पहला दोहा, अर्थ- भाव के साथ ही अन्याय कर रहा है।"
yesterday
Aazi Tamaam posted a blog post

तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service