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Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,031)

Discussions Replied To (1776) Replies Latest Activity

"अब सिर तो सारी उर्वरा शक्ति खो चुका, बॉल तक नही उगते!  आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई बहुत उम्दा और मुकम्मल शेर कहे हैं, बधाई!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"वाह भाई वाह, एक से बढ़कर एक शेर और नये नये क़ाफ़िए, हज़ल का अंदाज़ हो रहा है मज़नू क…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"थकी ये देह ढकने को गगन चादर बना लेते कभी मेरी तरह तुम भी धरा बिस्‍तर बना लेते   भुला…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

मुख्य प्रबंधक

"आभारी हूँ। आपके इस प्रयास से एकजाई सब कुछ प‍ढ़ने को प्राप्‍त हो सका।"

Tilak Raj Kapoor replied Oct 15, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ की रचनायें एक जगह

12 Oct 15, 2011
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"इस गति से समापन की संक्षेपण। अद्भुत। बधाई।"

Tilak Raj Kapoor replied Oct 10, 2011 to "ओबीओ लाईव महा उत्सव अंक १२" - (सम्पादकीय रपट)

50 Oct 13, 2011
Reply by Sanjay Mishra 'Habib'

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"खूबसूरत ग़ज़ल हुई, बह्र भी दी जानी चाहिए थी। ' बेदम' काफ़िया , शे'र ( 6 ) और  (…"
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Chetan Prakash commented on PHOOL SINGH's blog post यथार्थवाद और जीवन
"अध्ययन करने के पश्चात स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है, उद्देश्य को प्राप्त कर ने में यद्यपि लेखक सफल…"
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सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on PHOOL SINGH's blog post यथार्थवाद और जीवन
"सुविचारित सुंदर आलेख "
Saturday

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत सुंदर ग़ज़ल ... सभी अशआर अच्छे हैं और रदीफ़ भी बेहद सुंदर  बधाई सृजन पर "
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
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