For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

pratibha pande's Discussions (4,634)

Discussions Replied To (3200) Replies Latest Activity

"हमारी आधुनिकता पुरातन खो रही है.......आधुनिकता की होड़ ही प्रदूषण  की जड़ है  हरी थी…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बाँझ हो रही कोख धरा की फटे कलेजे से कहतीमनुज रखो चद्दर के अंदर जो ये पाँव पसारा है//…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"गहन वैचारिक प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई प्रेषित है आदरणीय ....सादर "

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दिलवालों की दिल्ली का दुःख सुनाती बढ़िया रचना ...हार्दिक बधाई प्रेषित है आदरणीय बोधिस…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रभावशाली छंद रचे हैं आपने.आदरणीय कालीपद जी हार्दिक बधाई प्र…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बीज विष के बो रहे हमजल पवन सब खो रहे हम।. ..वाह बहुत सुन्दर रचना  प्रदूषण के विष से…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"  प्रदत्त विषय को अपनी इस दोहावली  में सटीक और  प्रभावशाली ढंग से रखा है आपने ..हार्…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रोती, हुई फ़ज़ा को खूब बयाँ किया है आपने ..कुछ शब्दों में अटक हुई पर मूल भाव समझ में आ…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"//प्रदूषणकारी उद्योगों को, वही इजाजत देते हैं। नेता अफसर भर भर के जो, सूटकेस में लेत…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दिल्ली के दिल से [  गीत ]   हर रोज हादसों से मै काँपता शहर हूँ  उखड़ रही हैं साँसें म…"

pratibha pande replied Nov 11, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-73

672 Nov 12, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
10 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
yesterday
Sushil Sarna posted blog posts
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Nov 5
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
Nov 5

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Nov 2
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Nov 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Oct 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Oct 31
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Oct 31
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Oct 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service