For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Hemant kumar's Discussions (24)

Discussions Replied To (24) Replies Latest Activity

"आदरणीय शकूर सर प्रणाम! मेरी ग़ज़ल पर आपकी नजर के लिए बहुत बहुत शुक्रिया ... सादर.."

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"बहुत बहुत धन्यवाद गुरप्रित जी ग़ज़ल की सराहना के लिए ... जी साहनी उर्दू शब्द कोश से लि…"

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"परम् आदरणीय सर प्रणाम! आपका बहुत बहुत शुक्रिया ग़ज़ल पर ध्यान लाने के लिए मै सुधार करत…"

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय प्रभाकर सर आपने ग़ज़ल को सराहा जैसे प्यासे को पानी पिला दिया महज ये तीसरी मर्तब…"

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय आरिफ सर देर से आने के लिए मुआफी चाहता हूँ ,आपने मेरी ग़ज़ल को देखा सराहा ये कोई…"

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"ये सच कहने की हिम्मत है?नही तो, कोई दिल में बगावत है? नही तो। सदा-ए-दिल ही चाहत है?न…"

Hemant kumar replied Apr 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-82

679 Apr 28, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय वामनकर सर आपका तहे दिल से शुक्रिया हौसला अफजाई के लिए, उम्मीद है आगे भी आपका…"

Hemant kumar replied Mar 25, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-81

602 Mar 25, 2017
Reply by भुवन निस्तेज

"आदरणीय महेन्द्र जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! इस तरह हौसला बढ़ाने के लिए। सादर...."

Hemant kumar replied Mar 25, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-81

602 Mar 25, 2017
Reply by भुवन निस्तेज

"परम आदरणीय सर आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! जी मै जरूर अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास…"

Hemant kumar replied Mar 25, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-81

602 Mar 25, 2017
Reply by भुवन निस्तेज

"आदरणीय सर प्रणाम! बहुत बहुत आभार आपका बहर की ओर ध्यान आकृष्ट करने के लिए। बहर को ठीक…"

Hemant kumar replied Mar 25, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-81

602 Mar 25, 2017
Reply by भुवन निस्तेज

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
38 minutes ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपसे मिले अनुमोदन हेतु आभार"
9 hours ago
Chetan Prakash commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"मुस्काए दोस्त हम सुकून आली संस्कार आज फिर दिखा गाली   वाहहह क्या खूब  ग़ज़ल '…"
22 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा दशम्. . . . . गुरु

दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
Wednesday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
Wednesday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
Tuesday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
Tuesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service