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"प्रदत्त विषय पर बहुत सुन्दर दोहा गीत प्रस्तुत हुआ है आदरणीय अशोक कुमार रक्ताले जी …"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
Reply by Satyanarayan Singh

"आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद लड़ीवाला जी  प्रदत्त विषय पर दोहा व् कुण्डलिया छंद पर सुन्दर प…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"वाह ! वाह ! वाह! बहुत खूबसूरत दोहावली प्रस्तुत की है आदरणीया राजेश कुमारी जी  एक एक…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"मन के बहुत कोमल भावों को शब्द दिये हैं आ० प्रतिभा पाण्डेय जी  आसूं से भीगे खतों को स…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"वाह! बहुत सुन्दर ! प्रदत्त विषय पर सरसी छंद में इतनी खूबसूरत रचना पढ़ कर आनंद आ गया …"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"आदरणीय मिथिलेश जी  प्रदत्त विषय पर बहुत सुन्दर ग़ज़ल प्रस्तुत की है  मतला तो बहुत सामय…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी  जिस गहनता से एक बड़े विस्तार को समेटा है आपकी अभिव्यक्ति न…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"आदरणीय सौरभ जी  तराजू के बिना किसी पूर्वाग्रह के हर हाल में न्याय करने के पक्ष को ब…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"आदरणीय अखिलेश जी  बहुत सुन्दर भावप्रधान दोहावली से महोत्सव का शुभारम्भ करने के लिए…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"एक नवगीत... पूछता है प्रश्न सहचारित्व मेरा- क्यों सदा घुलता रहे अस्तित्व मेरा ?   ग…"

Dr.Prachi Singh replied Jul 10, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-57

696 Jul 11, 2015
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"आ. चेतन प्रकाश जी.मैं आपकी टिप्पणी को समझ पाने में असमर्थ हूँ.मगर 'ग़ज़ल ' फार्मेट…"
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Chetan Prakash commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आदाब,'नूर' साहब, सुन्दर  रचना है, मगर 'ग़ज़ल ' फार्मेट में…"
11 hours ago
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
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'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168

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सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागा अर्थ प्रेम का है इस जग में आँसू और जुदाई आह बुरा हो कृष्ण…See More
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