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munish tanha's Discussions (683)

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"महेंद्र कुमार जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई क़ुबूल कीजिए "

munish tanha replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"अशफ़ाक़ अली साहिब अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई क़ुबूल कीजिए"

munish tanha replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"इस जिन्दगी की और दुआएं मुझे न दो रहने दो यार और सजाएं मुझे न दो कितने सहे हैं जख्म…"

munish tanha replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"दिल हमारा जब कभी गम का निशाना बन गया नाम तब रब का  पुकारा    वो सहारा बन गया प्यार क…"

munish tanha replied Dec 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"इस तरह वो सता गया है मुझे जख्म गहरा लगा गया है मुझे   उम्र भर मैं अलग रहा उससे वो मग…"

munish tanha replied Oct 20, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

2001 Oct 21, 2018
Reply by Afroz 'sahr'

"ले कर मता-ए-जां भी चलो दिल के साथ साथ ।सौदा ये वो नहीं है कि सस्ता कहें जिसे । बेग स…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"सारे जवान पेड़ लगे डर से काँपने,अब तो रहा न एक भी बूढ़ा कहें जिसे। वाह भाई अजय क्या रव…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"दंगाइयों ने छीन लिया बचपना तमाम इस शह्र में कोई नहीं बच्चा कहें जिसे राजेश साहिबा बह…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"शोलों को दीजिए न हवा बल्कि मोह्तरमवो नूर लाइये कि उजाला कहें जिसे शिज्जु भाई जिंदाबा…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"है जिस्म की ही आरजु हर शख्स को यहां।है ही नहीं ये प्यार वो गहरा कहें जिसे। वाह अमित…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल कुछ शेर अच्छे हुए हैं लेकिन अधिकांश अभी समय चाहते हैं। हार्दिक…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई महेंद्र जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल से मंच का शुभारम्भ करने के लिए हार्दिक बधाई।"
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Jaihind Raipuri joined Admin's group
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आंचलिक साहित्य

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Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया इस जगमगाती शह्र की हर शाम है…"
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Vikas replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"विकास जोशी 'वाहिद' तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ…"
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Tasdiq Ahmed Khan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल जो दे गया है मुझको दग़ा याद आ गयाशब होते ही वो जान ए अदा याद आ गया कैसे क़रार आए दिल ए…"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221 2121 1221 212 बर्बाद ज़िंदगी का मज़ा हमसे पूछिए दुश्मन से दोस्ती का मज़ा हमसे पूछिए १ पाते…"
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Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेंद्र जी, ग़ज़ल की बधाई स्वीकार कीजिए"
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Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। वो शोख़ सी निगाहें औ'…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गयामानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१।*तम से घिरे थे लोग दिवस ढल गया…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221    2121    1221    212    किस को बताऊँ दोस्त  मैं…"
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Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"सुनते हैं उसको मेरा पता याद आ गया क्या फिर से कोई काम नया याद आ गया जो कुछ भी मेरे साथ हुआ याद ही…"
16 hours ago

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