For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी's Discussions (878)

Discussions Replied To (507) Replies Latest Activity

सदस्य टीम प्रबंधन

"जी दीदी!"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 12, 2014 to ओबीओ लाइव महा उत्सव अंक-40 की सभी रचनाएं एक साथ

29 Feb 19, 2014
Reply by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीया प्राची दीदी! गुरुजनों के निर्देशानुसार तथा रोला छंद में मात्रिकता के दोष निव…"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 11, 2014 to ओबीओ लाइव महा उत्सव अंक-40 की सभी रचनाएं एक साथ

29 Feb 19, 2014
Reply by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणिया प्राची दीदी महोत्सव के सफल सन्चालन हेतु आपको भुरिश बधाइ!`सभी रचनाए एकत्रित र…"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 11, 2014 to ओबीओ लाइव महा उत्सव अंक-40 की सभी रचनाएं एक साथ

29 Feb 19, 2014
Reply by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

"आदरणीया शशी दीदी! आपका बहुत बहुत आधार।"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"आदरणीय राक्ताले सर जी! आपका मंतव्य समझा। प्रथम रोले के तृतीय और चतुर्थ पंक्ति के द्व…"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"भाई इमरान खान जी! भाव और शिल्प से सजी सुन्दर दोहावली। बधाई"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी! अति सुन्दर दोहावली। भाव तो समृद्ध है किन्तु शिल्प पर ध्यान…"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"आदरणीय अशोक राक्ताले सर जी! सुन्दर गजल। इस बासंती गजल पर आपको भूरिश: बधाई।"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"रोला छंद फूलों सा मधुहास, घोल जग को महकाऊँ। या तितली सम डोल, डोल खुशियाँ बिखराऊँ॥ ज…"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

"सुन्दर कविता चौथमल जी! लेकिन तनिक और प्रयास कर इसे दोहे का रूप दिया जा सकता है।"

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी replied Feb 9, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-40

867 Feb 10, 2014
Reply by Dr.Prachi Singh

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा दशम्. . . निर्वाण

दोहा दशम्. . . . निर्वाणकौन निभाता है भला, जीवन भर का साथ ।अन्तिम घट पर छूटता, हर अपने का हाथ ।।तन…See More
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
17 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Friday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Friday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Friday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service