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Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,067)

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"गिरह का शेर अच्छा हुआ।"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"तुझे तेज धारा उधर ले न जाए   जिधर उठ रहे हैं भंवर धीरे धीरे। ("संभलना" शब्द के प्रयो…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"अच्छे शेर हुए। मतले के शेर पर एक बार और ध्यान देने की आवश्यकता है।"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"नहीं ऐसी बातें कही जाती इकदम     अहद से तू अपने मुकर धीरे-धीरे  जैसा कि प्रथम पंक्ति…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"मुझसे टाईप करने में ग़लती हो गयी थी, दो बार तुझे आ गया था। तुझे ले न जाये उधर तेज़ ध…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

""पहुंचें" अन्य को आमंत्रित करता हुआ है इस वाक्य में, वह रखें तब भी समस्या यह है कि ध…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"बहा ले न जाए सँभल तेज़ धाराजहाँ उठ रहा है भँवर धीरे-धीरे।२। आपकी ही की बात और सरल श…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"गिरह के शेर में 'जहाँ जल्दबाज़ी में पहुँचे थे कल तुम' कहना सहज होता।  रदीफ़ क़ाफ़िया…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"ग़ज़ल अच्छी है। दो सुझाव हैं। जहां हम मिले थे, जहां से चले थे चलो वापसी उस डगर धीरे…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"रदीफ़ क़ाफ़िया में तो ऐसा कोई बंधन नहीं है इसलिये आपका प्रश्न स्पष्ट नहीं है।  'वहाँ…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

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20 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। समाँ वास्तव में काफिया में उचित नही…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, हार्दिक धन्यवाद।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तिलक राज जी सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, स्नेह और विस्तृत टिप्पणी से मार्गदर्शन के लिए…"
Sunday

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