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दुष्यंत सेवक's Discussions (417)

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"अच्छी बात कही है यादव जी. सुन्दर प्रयास दिली दाद क़ुबूल करें ऐसी ही ढेरों याद अभी बरक…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"एक तू है जिसने हमको फरामोश कर दिया एक हम कि तेरे इश्क में ही नेक़रार हैं वाह वाह. क्…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"खुशियों के पैरहन यहाँ तार -तार हैं हर राह में खड़ी सिसकती मज़ार हैंरखना संभाल के तू…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"इश्वर आपको ऐसे दुपहरें और दे तो हमें और ऐसी रचनाएँ पढने को मिलेंगी"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"वाह वाह संदीप जी.. सुन्दर ग़ज़ल उम्दा शेर.. बधाई स्वीकार करें"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बाधाओं के सितार पर कोशिश की उँगलियाँतारों को छेड़ें जो वही नगमानिगार हैं..क्या कहने…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"थी साफ़ नज़र साफ़ दिल ओ साफ़ जुबां भी,बस इसलिए हमारे हमसे शर्मसार हैं ll —-----वाह व…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"तूफ़ान खौफनाक हैं, मौजें गँवार हैं.हालात हौसलों के लिए, साज़गार हैं. अहा क्या सुन्दर…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"मापतपुरी जी, आपको पढना एक अलहदा अनुभव होता है जो की इस बार भी कायम रहा बधाई और दाद क़…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आहा इस बोलिवूडाना रचना पर तो बिना संगीत के ही झूमने का मन करता है.. अरुण कुमार जी, द…"

दुष्यंत सेवक replied Apr 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

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