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मुख्य प्रबंधक

"छन्न पकैया छन्न पकैया, लाएगी हरियालीअम्बर पर छाई है यारो, आज घटा जो काली// अहा..बहुत…"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"हरियाली के साथ ही, जल, जीवन की सोचकंक्रीट के जाल  को, कुछ  तो  कर संकोच।७।// वाह..बह…"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"अदम्य साहस तो हैनिरंतर रौशन रहने कीनदी तुम गतिमान रहनारफ़्तार हो जब तक // बहुत सुन्दर…"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"वाह..पुन: आभार रचना को इस तरह से  सराहने के लिये"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"हार्दिक आभार आदरणीय मिथिलेश जी"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"हार्दिक आभार आदरणीय अशोक जी"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"हार्दिक आभार आदरणीय दिनेश कुमार जी"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

" प्रयास पर  उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय समर कबीर जी"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"ढूंढ़ रहे बादल जंगल को,हम करते बस दूषित जल को।प्राण वायु से प्राण निकलते,देखो मानवता…"

pratibha pande replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"हिसाब _______ मुझे धुँए में धकेला  मेरी हरियाली छीन गगनचुंबी इमारतें बना दीं  और अब…"

pratibha pande replied Jul 13, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

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सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post सुखों को तराजू में मत तोल सिक्के-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण भाई अच्छी ग़ज़ल हुई है , बधाई स्वीकार करें "
7 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post पूनम की रात (दोहा गज़ल )
"आदरणीय सुरेश भाई , बढ़िया दोहा ग़ज़ल कही , बहुत बधाई आपको "
7 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीया प्राची जी , ग़ज़ल पर उपस्थित हो उत्साह वर्धन करने के लिए आपका हार्दिक आभार "
7 hours ago

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Dr.Prachi Singh commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"सभी अशआर बहुत अच्छे हुए हैं बहुत सुंदर ग़ज़ल "
Wednesday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

पूनम की रात (दोहा गज़ल )

धरा चाँद गल मिल रहे, करते मन की बात।जगमग है कण-कण यहाँ, शुभ पूनम की रात।जर्रा - जर्रा नींद में ,…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी posted a blog post

तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी

वहाँ  मैं भी  पहुंचा  मगर  धीरे धीरे १२२    १२२     १२२     १२२    बढी भी तो थी ये उमर धीरे…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , उत्साह वर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार "
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-176
"आ.प्राची बहन, सादर अभिवादन। दोहों पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-176
"कहें अमावस पूर्णिमा, जिनके मन में प्रीत लिए प्रेम की चाँदनी, लिखें मिलन के गीतपूनम की रातें…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-176
"दोहावली***आती पूनम रात जब, मन में उमगे प्रीतकरे पूर्ण तब चाँदनी, मधुर मिलन की रीत।१।*चाहे…"
Jul 12
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-176
"स्वागतम 🎉"
Jul 12
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

सुखों को तराजू में मत तोल सिक्के-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

१२२/१२२/१२२/१२२ * कथा निर्धनों की कभी बोल सिक्के सुखों को तराजू में मत तोल सिक्के।१। * महल…See More
Jul 10

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