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नादिर ख़ान's Discussions (1,565)

Discussions Replied To (1525) Replies Latest Activity

"वो ज़मीं मेरी वो मेरा आसमां हो जाएंगेयूँ समा जाएंगे दिल में एक जाँ हो जाएँगे आदरणीया…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय गुरप्रीत जी अच्छी गज़ल हुयी है ढेरों मुबारकबाद आपको ...."

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"जनाब तसदीक़ साहब बहुत ही उम्दा गज़ल कही आपने मुबारकबाद कूबूल करें .. एक संशय सा दिल मे…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"वो हमें बर्बाद करके शादमाँ हो जाएँगे और हम अपने ही घर में बेज़ुबाँ हो जाएँगे   गर बुर…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"इक ज़रा सी बात पर यूँ सर गराँ हो जाएँगेक्या ख़बर थी आप इतने बद गुमाँ हो जाएँगे बन भी…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"तल्ख़ियाँ तो थीं मगर ऐसा कभी सोचा न था  फ़ासले यूँ ज़हन-ओ-दिल के दरमियाँ हो जाएँगे. आदर…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"खुल के कहने की वक़ालत करते करते एक दिन किसने सोचा था कि हम भी बेज़ुबाँ हो जाएँगे ....ब…"

नादिर ख़ान replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"जाने क्यूं इश्क़ विश्क कर बैठे, जानते थे कि दुनिया फ़ानी है । लाजवाब  शेर  एक बस तू…"

नादिर ख़ान replied Jun 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"घर से दफ़्तर की बस कहानी हैये मशीनों सी ज़िन्दगानी है तेरे लफ़्ज़ों में लनतरानी हैफ़ि…"

नादिर ख़ान replied Jun 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"जनाब समर साहब सही पकड़े हैं हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गई   चार दिन की ये ज़िन्दगानी है."

नादिर ख़ान replied Jun 27, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

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"आदरणीय लक्ष्मण जी बहुत शुक्रिया आपका  सादर"
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"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका हौसला अफ़ज़ाई के लिए आपके सुझाव बेहतर हैं सुधार कर लिया है,…"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमित जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका इतनी बारीक़ी से समझने बताने और ख़ूबसू रत इस्लाह के लिए,ग़ज़ल…"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"ग़ज़ल — 2122 2122 2122 212 धन कमाया है बहुत पर सब पड़ा रह जाएगा बाद तेरे सब ज़मीं में धन दबा…"
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Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. रिचा जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। सुधीजनो के बेहतरीन सुझाव से गजल बहुत निखर…"
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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाइये।"
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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं…"
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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जा रहे हो छोड़ कर जो मेरा क्या रह जाएगा  बिन तुम्हारे ये मेरा घर मक़बरा रह जाएगा …"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. भाई अमित जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और मार्गदर्शन के लिए आभार। गजल गलत थ्रेड में पोस्ट…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"2122 2122 2122 212 हंस उड़ने पर भला तन बोल क्या रह जाएगाआदमी के बाद उस का बस कहा रह जाएगा।१।*दोष…"
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Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
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