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नादिर ख़ान's Discussions (1,565)

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"कभी तो बात ऐसी हो, जो हर दिल में उतर जाये ये कडुवाहट निकल जाये तो बिगड़ी भी संवर जाये…"

नादिर ख़ान replied Apr 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

" आदरणीय अशोक जी आप सदैव उच्च कोटी की कुंडलियां एवं छंद लिखते आए हैं। जिंदगी  भ्रमित…"

नादिर ख़ान replied Apr 10, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय उस्मानी साहब आपकी चिंता स्वाभाविक है, कवि हृदय की नज़र समाज के सभी वर्गों में…"

नादिर ख़ान replied Apr 10, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"परिस्तिथियों के उतार चढ़ाओ के बावजूद  भलाई की राह पर संयम और दृढ़ता के साथ जमे रहने का…"

नादिर ख़ान replied Apr 10, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"स्वीकारा है, सदा दायित्वउसने अभिमान सेहारी नहीं है कभी,चाहे छली गई होभस्म हुए हो स्व…"

नादिर ख़ान replied Apr 10, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"राह नेकी की कभी कभी कठिन और दुश्वारी लिए हुये होती है मगर यही राह  शुकून देती है। कव…"

नादिर ख़ान replied Apr 10, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"राहों पर कंकड़ - पत्थर, टूट - टूटकर धूल बन गए। वे सहलाती राही के पैरों के नीचे फूल बन…"

नादिर ख़ान replied Apr 9, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"इक बारिश गिरी आँखों से  और तर हो जाते थे  ये रास्ते  और देर तक रहते थे गीले   धूप का…"

नादिर ख़ान replied Apr 9, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"होना या न होना’ की उधेड़बुन  बहुत वेग की भँवर बनाने लगे  तो नदी अपनी धार को  देर तक उ…"

नादिर ख़ान replied Apr 9, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"नई राह     हर मसले का हल मसले के साथ जुड़ा होता है बस तलाशना होता है रास्ता उस तक पहु…"

नादिर ख़ान replied Apr 9, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-66

520 Apr 10, 2016
Reply by Saurabh Pandey

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"दर्द भी था मगर शिफ़ा भी थी ज़हर में थोड़ी सी दवा भी थी /1 बेगुनाहों को मिल रही थी सज़ा इस में उन…"
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मनोज अहसास replied to Tilak Raj Kapoor's discussion ग़ज़ल संक्षिप्‍त आधार जानकारी-10 in the group ग़ज़ल की कक्षा
"मेरे ख़्याल से बहरे मीर में ऐसे पढ़ सकते हैं सादर"
4 hours ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय समर कबीर साहब समेत सभी साथियों को गुरुजनों को सादर प्रणाम आज बहुत दिनों बाद तरही मुशायरा में…"
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मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
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Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-114

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-114 में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।"ओबीओ…See More
8 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - तो फिर जन्नतों की कहाँ जुस्तजू हो
"आ. समर सर,मिसरा बदल रहा हूँ ..इसे यूँ पढ़ें .तो राह-ए-रिहाई भी क्यूँ हू-ब-हू हो "
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"धन्यवाद आ. समर सर...ठीक कहा आपने .. हिन्दी शब्द की मात्राएँ गिनने में अक्सर चूक जाता…"
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Samar kabeer commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - तो फिर जन्नतों की कहाँ जुस्तजू हो
"जनाब नीलेश 'नूर' जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई, बधाई स्वीकार करें । 'भला राह मुक्ति की…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 159 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. प्रतिभा पाण्डे जी, सार छंद आधारित सुंदर और चित्रोक्त गीत हेतु हार्दिक बधाई। आयोजन में आपकी…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 159 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी,छन्नपकैया छंद वस्तुतः सार छंद का ही एक स्वरूप है और इसमे चित्रोक्त…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 159 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी, मेरी सारछंद प्रस्तुति आपको सार्थक, उद्देश्यपरक लगी, हृदय से आपका…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 159 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. प्रतिभा पाण्डे जी, आपको मेरी प्रस्तुति पसन्द आई, आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।"
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