For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दुनिया से जाने वाले जानें चले जाते हैं कहाँ


संगीत -जगत के मकबूल हस्ताक्षर डॉक्टर भूपेन हजारिका का अपराह्न 4  बजकर 37 मिनट पर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया.दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित तथा पद्मविभूषण से विभूषित  भूपेन दा को फिल्म शकुन्तला, प्रतिध्वनि एवं लोटी - घोटी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. रुदाली, आरोप, पपीहा, साज़, एक पल जैसी फिल्मों के संगीत के लिए भूपेन दा को ज़माना हमेशा याद रखेगा. अभी संगीत - जगत  जगजीत सिंह के ग़म से उबर भी नहीं पाया था कि मौत ने एक और संगीत - शिरोमणि को हमसे छीन लिया. मैं भूपेन दा की मधुर एवं पुण्य
स्मृति को नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूँ.

Views: 769

Reply to This

Replies to This Discussion

एक बूँद...  मेरी अँखियों से बरसाये....    

विनम्र श्रद्धांजलि ..  ..

हाँ, मैंने उनके बारे में थोड़ा सा पढ़ा है, वे महान व्यक्तित्व के धनी थे. श्रीलाल शुक्ल को मैं राग दरबारी जैसे उपन्यासों के माध्यम से जाना जिनकी पहली पंक्ति ही मन को उद्वेलित कर गयी थी. परन्तु मैं चाहकर भी उन महान हस्तियों से मिल न सका और न कभी अब इसका मौंका ही मिलने वाला है. जिसकी कसक शायद हमेशा रहे.

किनकी बात कर रहे हैं? श्री लाल शुक्ल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि वो होती यदि सटीक स्थान पर कहीगयी होती.

आप तो लिखते हैं न ! फिर तो आपका कायदे से कुछ पढना बहुत आवश्यक है.

 

"दिल हूम-हूम करे.. घबराए..$$"- फिल्म 'रुदाली' यह गाना मेरे दिल के काफी करीब है. यह सच है कि 'लता जी' और 'गुलज़ार साहब' ने इसे ऊँचे आयाम दिए हैं. पर 'भूपेन दा' की आवाज में इसको सुनते हुए, एक अलग ही दुनिया में चले जाने का सा अहसास होता है. निश्चित रूप से उनके निधन से संगीत जगत को अभूतपूर्व क्षति हुई है. श्रद्धा के दो फूल मेरी ओर से भी.. :(

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं।हार्दिक बधाई। भाई रामबली जी का कथन उचित है।…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय रामबली जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । बात  आपकी सही है रिद्म में…"
Tuesday
रामबली गुप्ता commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"बड़े ही सुंदर दोहे हुए हैं भाई जी लेकिन चावल और भात दोनों एक ही बात है। सम्भव हो तो भात की जगह दाल…"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई लक्ष्मण धामी जी"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई चेतन प्रकाश जी"
Monday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय, सुशील सरना जी,नमस्कार, पहली बार आपकी पोस्ट किसी ओ. बी. ओ. के किसी आयोजन में दृष्टिगोचर हुई।…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . रिश्ते
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . संबंध
"आदरणीय रामबली जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार ।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"रोला छंद . . . . हृदय न माने बात, कभी वो काम न करना ।सदा सत्य के साथ , राह  पर …"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service