For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

राष्ट्रीय ख्यााति के अम्बिका प्रसाद दिव्य: पुरस्कार घोषित

साहित्य समाचार---
राष्ट्रीय ख्यााति के अम्बिका प्रसाद दिव्य: पुरस्कार घोषित
---------------------------------------------------------------
भोपाल। साठ महत्वयपूर्ण ग्रंथों के सर्जक एवं चार सौ चित्रों के चित्रकार स्व. अम्बिका प्रसाद दिव्य की स्मृति में, विगत उन्नीस वर्षो से दिये जा रहे दिव्य पुरस्कारों की घो‍षणा 16 मार्च, 2017 को दिव्य जी की, जन्म-जयन्तीू पर कोलार रोड, सांईनाथ नगर, सी-सेक्टर, भोपाल स्थित 'साहित्य सदन' में संयोजक श्री जगदीश किंजल्क द्वारा की गई । इस वर्ष साहित्य की सभी विधाओं में 122 पुस्त कें प्राप्त हुई थीं । उपन्यास विधा का दिव्य् पुरस्कार, श्रीमती राधा जनार्दन (पन्ना) को उनके उपन्यास 'द्वापर की नायिका', कहानी विधा के लिए श्रीमती नीता श्रीवास्ताव (महू) को उनके कहानी संग्रह 'अमृत दा ढाबा', काव्य विधा का दिव्य पुरस्कार श्रीमती श्रीति एवं श्री संदीप राशिनकर (इंदौर) को उनकी काव्य कृति 'कुछ मेरी, कुछ तुम्हारी', निबन्ध विधा का दिव्य पुरस्कार प्रो. वरूण कुमार तिवारी (वैशाली) को उनके निबन्ध संग्रह ''सृजन समीक्षा के अन्त'र्पाठ'',व्यंग्य् विधा का दिव्य पुरस्कार डॉ. रवि शर्मा मधुप (दिल्ली ) को उनकी कृति ''अंगूठा छाप हस्ता‍क्षर'' एवं बाल साहित्यु के लिए श्री घमंडीलाल अग्रवाल (गुडगांव) को उनकी कृति 'सीख सिखाते बाल एकांकी' को प्रदान किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त, गुणवत्ता के क्रम में आई कृतियों के लेखक सर्वश्री राम बाबू नीरव (सीतामढ़ी) को (कृति-पश्यन्ती्), श्रीमती सुदर्शन प्रियदर्शनी (यू.एस.ए.) को (कृति- अब के बिछुड़े), श्री देवेन्द्र कुमार मिश्रा (छिन्दवाड़ा) को कृति ''थोड़े से सुख की तलाश में, श्री शिवानंद सिंह सहयोगी (मेरठ) को कृति 'सूरज भी क्यों बंधक, श्री बैकुंठ नाथ (अहमदाबाद) को, कृति 'सरगोशियॉ (गजल संग्रह), श्री मोहन सगोरिया (भोपाल) को उनकी कृति ''दिन में मोमबतियॉ'', श्री आशीष कंधवे (दिल्ली) को उनकी काव्यृ कृति '21वीं सदी का आदमी', श्री शांतिलाल जैन (भोपाल) को उनके व्यंग्य् संग्रह 'न आना इस देश', श्री सुदर्शन सोनी (भोपाल) को उनके व्यंग्य संग्रह ''महंगाई का शुक्ल पक्ष'', श्री राकेश चंद्रा (लखनऊ) को उनके व्यंग्य संग्रह'' बे चहरे वाले लोग '', डॉ. आशारानी (जबलपुर) को उनके निबन्ध संग्रह 'हिन्दी को बोलियों में बोध गम्यता', श्रीमती अनघा जोगलेकर (कृति - वाजीराव वल्लाक), डॉ. अरबिन्द जैन (भोपाल) कृति 'आनन्द कही अनकही', श्री कमल चन्द्र वर्मा (महू) को उनकी कृति 'अमृत कथाऍ', एवं डॉ. अलका अग्रवाल (भरतपुर) को उनकी कृति ''कहानियों की दुनिया'' के लिए दिव्य प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये जायेंगे । राष्ट्रीय ख्याति के अत्यन्त महत्वपूर्ण अम्बिका प्रसाद दिव्य स्मृाति पुरस्कारों के निर्णायक मण्डल के सदस्यि हैं - श्री मयंक श्रीवास्तिव, श्री राजेन्द्र नागदेव, श्री राग तैलंग, श्रीमती विजयलक्ष्मी विभा, डॉ. मंगला अनुजा, प्रो. परशुराम शुक्ल्,श्री वसन्त निरगुणे, श्री राधेलाल विजघावने, श्री प्रियदर्शी खैरा,श्री अरूण तिवारी, श्री कैलाश नारायण शर्मा, डॉ. श्रीमती विनय राजाराम, डॉ. प्रभुदयाल मिश्र एवं श्री जगदीश किंजल्क । साहित्यत सदन की संचालक श्रीमती राजो किंजल्क ने इस अवसर पर बताया कि बीसवें दिव्य पुरस्कारों हेतु, वर्ष 2015 से 2017 के मध्य प्रकाशित पुस्तकें आमंत्रि
(जगदीश किंजल्क)
संयोजक : दिव्या पुरस्कार 
साहित्य सदन, 145-ए, सांईनाथ नगर, 
सी-सेक्टर,कोलार रोड, भोपाल 462042
संपर्क -09977782777
ई-मेल - jagdishkinjalk@gmail.com

Views: 505

Reply to This

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको न/गर में गाँव/ खुला याद/ आ गयामानो स्व/यं का भूला/ पता याद/आ गया। आप शायद स्व का वज़्न 2 ले…"
10 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"बहुत शुक्रिया आदरणीय। देखता हूँ क्या बेहतर कर सकता हूँ। आपका बहुत-बहुत आभार।"
34 minutes ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय,  श्रद्धेय तिलक राज कपूर साहब, क्षमा करें किन्तु, " मानो स्वयं का भूला पता…"
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"समॉं शब्द प्रयोग ठीक नहीं है। "
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया  ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया यह शेर पाप का स्थान माने…"
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ गया लाजवाब शेर हुआ। गुज़रा हूँ…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शानदार शेर हुए। बस दो शेर पर कुछ कहने लायक दिखने से अपने विचार रख रहा हूँ। जो दे गया है मुझको दग़ा…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मिसरा दिया जा चुका है। इस कारण तरही मिसरा बाद में बदला गया था। स्वाभाविक है कि यह बात बहुत से…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। अच्छा शेर हुआ। वो शोख़ सी…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गया मानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१। अच्छा शेर हुआ। तम से घिरे थे…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"किस को बताऊँ दोस्त  मैं क्या याद आ गया ये   ज़िन्दगी  फ़ज़ूल …"
3 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"जी ज़रूर धन्यवाद! क़स्बा ए शाम ए धुँध को  "क़स्बा ए सुब्ह ए धुँध" कर लूँ तो कैसा हो…"
4 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service