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www.openbooksonline.com को मिला £1,000,000.00(British Pounds) का प्राइज़ !!!

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सुझाव और शिकायत के लिये जारी ई मेल id contact2obo@gmail.com पर आज एक मेल मिला है जिसमे बहुत बड़ा ईनाम देने की बात कही गई है, पर मुझको समझ मे नही आया की ऐसा कौन सा तीर ओपन बुक्स ऑनलाइन ने मार दिया है भाई की आप बड़का ईनाम दे रहे है,
आप लोगो की राय जानने के लिये मैं मेल content के साथ साथ उसका screen shot भी यहा दे रहा हू कृपया ईस पर अपनी राय देने की कृपा करे,


This is to inform you that you have been selected for a cash prize of £1,000,000.00(British Pounds) held on 2nd June 2010 in London
(microsoft lottery).The selection process was carried out through by random selection in Our computerized email selection system. Fill the below:

MR. Terry Martins
(VERIFICATION DEPARTMENT MANAGER)
Email:martins137@msn.com

1.Full Name:
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5.Sex:
6.Nationality:
7.Country Of Residence:
8.Telephone Number:

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वाह आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी वाह , आपने तो चंद कविता की पक्तियों मे पुरे चर्चा का निचोड़ ही रख दिये हैं,धन्यवाद,
बागी जी बहुत दिनो तक मैं इसे सच्चा समझ रहा थाऔर बधाई देना चाह रहा था .आज जाना 'धोखे हैं 'और वो भी पोंड्स स्टर्लिंग में .१८वी सदी याद आ गयी .यही पोंड वाले थे और ईस्ट इंडिया कंपनी थी.छले गए हम ढाई सौ सालों तक .वही कुचक्र चल रहा है अब भी.हमें पग पग पर छलने की कोशिशें जारी हैं .बच के रहना रे बाबा बच के रहना रे.
धन्यवाद अरुण भाई , आज भी कई मेल आते है अरबपति बनाने वाले , पर मैं एक का ही पति बन कर खुश हूँ , नहीं होना हमे अरबपति,

क्या वाकई आप एक पति बन कर “खुश “हैं या बीबी के डर से बोल रहे हैं। वैसे ईस पत्नी पीडित दुनिया में आप हीं एक अपवाद मिले वरना हर बेचारा गाता है गाना ‘मुझे मेरी बीबी से बचाओं , लडती है , झगडती है , उल्टा मुझी को मारती है। ‘।अंत में एक प्रार्थना है मेरा यह कमेंट मेरी बीबी को नही दिखाइयेगा , आप समझ हीं रहे है क्यों।  भाई इस ठंढ में घरबदर हो कर कहा जाउंगा।

आदरणीय मदन  सर, आप भी बलिया के है और मैं भी बलिया के, अब बलिया का पता बता ही दीजिये मैं इस पोस्ट का प्रिंट आउट मैडम तक पंहुचा ही दूँ ....हा हा हा हा ....

भगवान के शुकर बा की बता दिहल की बलिया तहार घर भी ह । पता त बता देती लेकिन भाई तु त हमार तलाक करावे के जोगाड बईठा रहल बा ढ । परमानेंट हरिद्वार भेजे के विचार बा का।

ना ना ना , खाली फोटो देखैती कि , मदन भाई केतना रौवा के माने लन, :-))

ee nu bhail baat.......ganesh bhaiya chinta mat kari jab etna pata chal gail ki ballia hi ghar baa ta pata ta khoj hi lihal jayi.......

bach ke rahab madan bhai.,....humni ke jaa rahal bani jaa ballia raur ghar khoje

...१८वी सदी याद आ गयी .यही पोंड वाले थे और ईस्ट इंडिया कंपनी थी.छले गए हम ढाई सौ सालों तक .वही कुचक्र चल रहा है ...

आपको पता ही होगा, आज उस इस्ट इण्डिया कम्पनी का मालिक एक भारतीय है. ऐसा होना ब्रिटिशर्स के मुँह पर मनोवैज्ञानिक तमाचे से कम नहीं है.
अब ता हमरो कुछ कहहीँ के पड़ी,हमरा भीरी ता रोज एकाध गो ई आइल रहेला , एह हिसाब से हम आज के अरबपति खरबपति बनल राहितीं , मगर सच्चाई रौआ सभे के मालूम बा ,
वन्दे मातरम बंधु,
बन्धुवर झूठे ऐसे इनाम तो सम्भवत केवल देहली मैं ही हजारों नेट यूजरस के निकल चुके हैं ..... बेकार इस पर दिमाग मत खपाइए
This is fraud and in internet world categorise as spam. dont open. I get daily , many of the such email. ignore it.

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