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"इस मंच के माध्यम से एक बात स्पष्ट रूप से उभर कर व्याप रही है, कि, सभी रचनाकारों और स…"

Saurabh Pandey replied May 19, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"हरियाली भी आज शहरी हो गयी है, अब विडंबना को अपनी पराकाष्ठा पर ही समझिये. सही है, अबत…"

Saurabh Pandey replied May 18, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"तीनों बंद बेहतर. विशेषकर तीसरा बंद बहुत ही भावोत्पादक.. . बधाई स्वीकार करें अरुणजी."

Saurabh Pandey replied May 18, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बहुत सुन्दर..  बहुत ही सुन्दर.. मानव यह क्या कर रहा, चिंतित दीखे मोर.."

Saurabh Pandey replied May 18, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सुप्रभात.. सही फरमाया और दिल के करीब की कही आपने..  व्यवहार की दुनिया की अनगिन पहेलि…"

Saurabh Pandey replied May 18, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"एक पक्षी ऐसा जिसके दुम पर पैसा.. वाह.. वाह.. वाह.. यह पहली पहेली है मेरे जीवन की. और…"

Saurabh Pandey replied May 17, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"//चारोंओर बसे हरियाली.. .... हो निर्दोष पवन जल धरती..  .. भारत विकसित राष्ट्र बने तब…"

Saurabh Pandey replied May 17, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई ब्रिजेशजी, इज़्ज़तअफ़ज़ाई के लिये शुक्रिया. जहाँ तक पक्षी सम्बन्धित, विशेषकर मोर से…"

Saurabh Pandey replied May 17, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"शारदा उत्तरप्रदेश की एक लम्बी नदी.. उसी का जिक्र कर रहे हैं न, अम्बरीषभाईजी? सही कहा…"

Saurabh Pandey replied May 17, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद भाईराणाप्रताप. संप्रेषणों पर अपनी प्रतिक्रियाओं के जरिये मैं अपने पाठकधर्म क…"

Saurabh Pandey replied May 17, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक-२(Now Close)

914 May 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
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