भोजपुरी गीतिका/गजल
मनब कि ना मनब, तू बेशी अगरइब?
आइल बा बुढ़ापा,अब गरहा में जइब।1
खोज तारअ फूल अब कहाँ पहुँचइब?
नजर धुंधला गइल,सूँघब कि सटइब?2
बेरी-बेरी हो छेदी,काहे तुड़ात बाड़अ?
अब कवन देवी किहाँ फूल तू चढ़इब?3
बेदी-बेदी घूम अइल,कह ना का भइल?
अब कवन बेदी जाके फेर अझुरइब?4
सुन मान अ बात,छोड़ लगावल पायेंत,
नयकिन के नजर पड़ी,खूब धसोरइब।5
'मौलिक व अप्रकाशित' @मनन
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