कुछ पन्ने इसके पलट गये
कुछ को न हाथ लगाया है
कुछ याद पुरानी बाकी है
कुछ में इतिहास समाया है
कुछ में वो बीता बचपन है
जिनकी इक अमिट निशानी है
कुछ में है लिखा हुआ छुटपन
कुछ में अनकही कहानी है
कुछ पन्ने बीती रातों से
कुछ ख्वाबों…
ContinuePosted on January 16, 2012 at 9:30pm — 5 Comments
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bahut khoob.......yaadgaar.....................