लव यू -लव यू कहते रहो ,मिस यू -मिस यू जपते रहो
पीठ फिरे तो गो टू हैल ,नारा भी बुलंद करो
नहीं रहे वो सच्चे रिश्ते ,प्यार जहां पर पलता था
आज के रिश्ते बस एक छलावा,सबकुछ एक दिखावा है
मात-पिता का प्यार भी अब ,लगता ज़िम्मेदारी है
भाई बहन का प्यार अब बस एक नातेदारी है
रिश्तों का जहां मान नहीं ,कैसा युग ये आया है
कहते हैं वे हमें पुरातन ,पर नवयुग से क्या पाया है ?
पति-पत्नी के रिश्तों की भी ,गरिमा अब है कहाँ बची
नित होते तलाक़ों…
ContinueAdded by Veena Gupta on November 30, 2021 at 1:09am — 2 Comments
मिथ्या अगर जगत ये होता ,क्यूँ कर इसमें आते हम
देवों को भी जो दुर्लभ है ,वह मानुष जन्म क्यों पाते हम
ज्ञानी जन बस यही बताते ,मिथ्या जग के सुख दुःख सारे
पर इस जग में आ कर ही तो ,मोती ज्ञान के पाए सारे
ईश्वर की अद्भुत रचना ये सृष्टि ,नहीं जानता कोई कुछ भी
फिर भी ज्ञान सभी जन बाटें ,मानो स्रषटा हैं बस वे ही
जगत सत्य है या है मिथ्या ,क्यूंकर इसपर करें बहस
ईश्वर प्रदत्त अमूल्य जीवन को ,जिएँ सभी हम जी भरकर
उस अद्भुत कारीगर की ,रचना…
ContinueAdded by Veena Gupta on November 19, 2021 at 4:43am — 3 Comments
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