For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

वो क्यूँ चुप हैं जिन्हें गुमाँ है ...

एक बार मैं ढूंढने को चला वो लोग जिन्हें है ये गुमाँ
सारे जहाँ से अच्छा है हिन्दोस्ताँ....

मैं हूँ विदर्भ का इक किसान
संग पत्नी दो बच्चों की जान
झेला सूखा और अकाल
उस पर पड़ी कर्जे की मार
ना ज़मीन बची ना मकान
करता हूँ ख़ुदकुशी देता हूँ अपनी जान ...
अब मेरा उनसे है सवाल
जो ड्राइंग रूम में बैठकर
बातें करें दें
इंडिया शाइनिंग की मिसाल

वो क्यूँ चुप थे जिन्हें ये गुमाँ है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ है
वो क्यूँ चुप हैं जिन्हें गुमाँ है ...

मेरा नाम है प्रमोद बिस्वास
भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई आवाज़
अब ढूंढते हैं सुराग
पड़े हैं माथे पे लिए इक सुराख
बस इतना गुनाह हमने किया
सबके दिल में था जो दबा
हमने वही सच कहा और सच लिखा
पर सच यहाँ हो जाता है तीर विषैला ...

वो क्यूँ चुप थे जिन्हें ये गुमाँ है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ है
वो क्यूँ चुप हैं जिन्हें गुमाँ है ...

मैं हूँ फातिमा सादिक खानम
वो पूछते थे मेरा धरम
हिन्दू नहीं हूँ ये था मेरा जुर्म...
हो 92 या 2002 की रात
बॉम्बे हो या गुजरात
जला दो घर हमारे हमें कर दो अनाथ ...

वो क्यूँ चुप थे जिन्हें ये गुमाँ है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ है
वो क्यूँ चुप हैं जिन्हें गुमाँ है ...

मुझे कहते हैं अखिलेश अवस्थी
बसाओ शहर उजाडो बस्ती
छीनो ज़मीने जबरदस्ती
दफना दो हमें कि जान यहाँ है सस्ती ...

वो क्यूँ चुप थे जिन्हें ये गुमाँ है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ है
वो क्यूँ चुप हैं जिन्हें गुमाँ है ...

बाजारों में जहाँ बिकता ईमान
डकैत भरें अपना खज़ान
वहां रोज़ ही उसूलों को दी जाती है फांसी...

सभी फिर भी चुप हैं
और सभी को गुमाँ है
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ है....

Views: 307

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय दिनेश कुमार विश्वकर्मा जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय दिनेश कुमार विश्वकर्मा जी आदाब, तरही मिसरे पर अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल…"
1 hour ago
DINESH KUMAR VISHWAKARMA replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय यूफोनिक अमित जी सादर अभिवादन स्वीकार कीजिए। आपके महत्वपूर्ण इस्लाह हेतु हृदयतल से आभार…"
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब तरही मिसरे पर ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार करें। आ० अमित जी ने…"
1 hour ago
DINESH KUMAR VISHWAKARMA replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय धामी जी। सादर नमस्कार । ग़ज़ल के प्रयास हेतु बधाई।"
1 hour ago
DINESH KUMAR VISHWAKARMA replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय अमीर जी सादर प्रणाम। अच्छी ग़ज़ल हेतु बधाई आपको फेसबुक वाला नया शब्द देखने को मिला।"
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, तरही मिसरे पर ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार…"
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय यूफोनिक अमित जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
1 hour ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय DINESH KUMAR VISHWAKARMA जी आदाब  ग़ज़ल के अच्छे प्रयास पर बधाई स्वीकार करें। 2122…"
3 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय Richa Yadav जी आदाब  ग़ज़ल के अच्छे प्रयास पर बधाई स्वीकार करें। 2122 1122 1122…"
3 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी आदाब । ग़ज़ल के अच्छे प्रयास पर बधाई स्वीकार करें। भाव…"
3 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-176
"आदरणीय अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी जी आदाब  अच्छी ग़ज़ल हुई। बधाई स्वीकार करें।"
7 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service