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मैं तेरा हूँ बस तेरा

तेरे दिल में मेरा बसेरा

मेरे दिल में तेरा ही डेरा

सारी उम्र तू हसीन कर ले

मुझ पर तू यकीन कर ले.....

क्यूँ बार बार दिल तोडती है

इरादों को यूँ मोड़ती है

जब किस्मत हमें जोड़ती है

दूरियों को तू महीन कर ले

मुझ पर तू यकीन कर ले.....

आजा छोटा सा जीवन है

चार दिनों का यौवन है

हर मौसम ही सावन है

खुशी  को तू आमीन कर ले

मुझ पर तू यकीन कर ले....

हम दोनों है और कोई नही

कोई तेरा नही कोई मेरा नही

तू जहाँ है मैं हूँ वहीं

आसमां को तू जमीन कर ले

मुझ पर तू यकीन कर ले...

दूरी में हर परेशानी है

ये कैसी बातें ठानी है

हमदोनों ही अभिमानी है

यादों को तू नमकीन कर ले

मुझ पर तू यकीन कर ले....

जितेन्द्र 'गीत'

मौलिक व् अप्रकाशित

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Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 10:36pm

आपका बहुत बहुत आभार , आदरणीया मीना जी

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 10:35pm

आदरणीय श्याम नारायण जी , आपका बहुत बहुत आभार

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:48pm

आपकी उत्साह बर्धक प्रतिक्रिया हेतु आपका बहुत बहुत आभार आदरणीया विनीता जी

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:43pm

रचना आपको पसंद आई, लेखनकर्म सार्थक हुआ, स्नेह बनाये रखियेगा राम भाई

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:36pm

रचना ने आपका दिल जीत लिया , मेरा सौभाग्य है नीरज भाई, स्नेह बनाये रखियेगा

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:33pm

आपकी उत्साहबर्धक प्रतिक्रिया से लेखनकर्म को प्रगति की राह मिलतीहै, स्नेह व् आशीर्वाद बनाये रखियेगा आदरणीय गिरिराज जी

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:29pm

आदरणीय अभिनव अरुण जी, यह आपका बडप्पन है, मेरी लेखनी को आप, गीतिका जी व् ओ बी ओ के समस्त रचनाकरों के मार्गदर्शन, स्नेह व् आशीर्वाद की हमेशा आवश्यकता रहेगी

सादर!

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 23, 2013 at 9:24pm

आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया से लेखनकर्म के प्रति मनोबल दूना हो गया व् रचना को सार्थकता का प्रमाण मिला, आपका बहुत बहुत शुक्रिया गीतिका जी

सादर!

Comment by Meena Pathak on August 23, 2013 at 3:52pm

बहुत सुन्दर रचना , बधाई 

Comment by Shyam Narain Verma on August 23, 2013 at 3:45pm
बहुत ही सुन्दर! हार्दिक बधाई आपको!

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