अपने आँसू दे गए ,किया हमें बेहाल
नया साल लाये नई खुशियाँ करें कमाल /
खुशियाँ करें कमाल, दूर हों उलझन सारी
छाए नया बसंत, खिले अब बगिया न्यारी
सरिता करे गुहार, पूरे हों सभी सपने
करना रक्षा ईश ,बिछुड़े नहीं अब अपने//
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...........मौलिक व अप्रकाशित.............
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आदरणीया सुंदर भाव लिए, उत्तम रचना के लिए बधाई ....
इस सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई.... |
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