माँ है तेरी प्रार्थना ,माँ ही बनी अजान
माँ ही तेरा है खुदा माँ तेरा भगवान |
गीता कुरान में मिले रामायण में वास
माँ की ममता से सदा बढ़ता है विश्वास |
माँ की पूजा तुम करो माँ है खुदा समान
मंदिर मस्जिद ढूंडता घर बैठा भगवान |
मंदिर मस्जिद माँ बनी माँ बनी गुरूद्वार
चढ़ता जो इस नाव पे उतरेगा वो पार |
माँ समझे तेरी ख़ुशी माँ ही समझे पीर
माँ के नैनों से बहे केवल ममता नीर |
बच्चे होते हैं सबल जो माँ का हो साथ
मिलता मनचाहा अगर सिर पर माँ का हाथ |
माँ मूरत भगवान की इसका सुंदर रूप
माँ है छाया पेड़ सी लगने ना दे धूप |
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मौलिक व अप्रकाशित
Comment
सुरेंदर जी बहुत बहुत शुक्रिया आपको दोहावली पसंद आई
आदरणीय गिरिराज सर हार्दिक आभार
शुक्रिया अरुण स्नेह बनाये रखें
शुक्रिया भाई राम जी
माँ की पूजा तुम करो माँ है खुदा समान
मंदिर मस्जिद ढूंडता घर बैठा भगवान |
सुन्दर सन्देश। क़ाश अपने माँ पिता के प्रति सब अंत तक समर्पित रहें
भ्रमर ५
आदरनीया सरिता जी , सुन्दर दोहावली के लिये आपको हार्दिक बधाइयाँ ॥
बहुत सुन्दर प्रस्तुति हार्दिक बधाई स्वीकारें
सुन्दर प्रस्तुति आदरणीया सरिता जी ।बहुत बहुत बधाई आपको। सादर
आदरणीय लक्ष्मण सर हार्दिक आभार
आदरणीय शिज्जू भाई मुझे लगता है आपको कुछ गलती लग रही है
पहले तो यह विषम चरण नहीं और दूसरी बात जगन पहला शब्द नही होना चाहिए यहाँ तक मेरी जानकारी है फिर भी सुधीजनों से निवेदन इसे एक बार देख लें हार्दिक आभार
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