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जलते हैं जिसके लिये तेरी आँखों के दीये..

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Comment by विवेक मिश्र on November 24, 2012 at 12:51am

वाह वा.. इसे कहते हैं गीत.. क्या मधुर और कर्णप्रिय संगीत है. क्या बोल हैं.. सब कुछ एकदम परफेक्ट है. गणेश जी.. आपने तो प्रसन्न कर दिया भाई. :)


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Comment by rajesh kumari on November 13, 2012 at 9:37am

very nice song thanks for sharing.

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