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मिलेलऽ जब तु होठ सट जाला अइसे
रात के अधखिलल फूल हो जइसे,
चाह के भी  ना हिल पावेला ई
तोहसे हम कुछ कही कइसे,
पल-पल झपकत रहेला पलक हमार
ईशारा से भी समझाई कइसे,
कुछ कहे से पहिले ही चल जालऽ
आखिर हिया के बात बताई कइसे,
का-का होखे ला हमरा दिल में
दिल के हाल आपन सुनाई कइसे,
तु हमरा प्रेम के समझतऽ पिया
तोहसे सच्चा प्रेम जताई कइसे,
ना जाने तु कइसे रह जालऽ
तोहरा बिन हम रही कइसे,
दिल त तोहार निक लागेला
फेर तोहके हम बिसराई कइसे।।।।

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Replies to This Discussion

बहुत बढ़िया राजू भाई , नायिका के मन के भाव के अभिव्यक्ति बहुत ही नीमन तरीका से कईले बाडs , बहुत बहुत बधाई इ रचना पर |

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