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वामन वृक्ष 
यूं तो वामन वृक्षों मैं भी
उगते हैं फल फूल और पत्ते 
पर उनमें लहलहाते वृक्षों से उपजे
फल फूलों की सहजता और सरसता कहाँ
कब हैं वो उन्हें  सा महकते
वक़्त से पहले
गर बेटी को ब्याहोगे
 उसका विकास रोक  कर
क्या खुद  सुकून पाओगे
सींचो उस नन्ही बेल को
अपने स्नेह की शीतल छाया से
पोषण दो उसे 
शिक्षा और संस्कार का
पूर्ण रुपें विकसित 
हो जाये वो जब
तभी दायित्व डालो 
उस पर,घर परिवार का 
रजनी छाबड़ा 

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Comment

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Comment by rajni chhabra on May 12, 2011 at 2:17pm
thanx,Abhinav n Vandana for sharing n commenting
Comment by Abhinav Arun on May 6, 2011 at 11:08am
saarthak aur saamyik abhivyakti sashakt rachna haardik badhaaee !

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