For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

pratibha pande's Discussions (4,594)

Discussions Replied To (3191) Replies Latest Activity

"स्वीकारोक्ति(जोशीमठ आपदा से प्रेरित ) _________ मैं कौन हूँ? हूँ जो हूँ! सब जानते है…"

pratibha pande replied Jan 30, 2023 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-94

80 Jan 31, 2023
Reply by अजय गुप्ता 'अजेय

"जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँ आदरणीय सौरभ जी"

pratibha pande replied Dec 3, 2022 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आदरणीय समर कबीर साहब को इस सम्मान/जिम्मेदारी के लिये हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।  "

pratibha pande replied Dec 1, 2022 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आपको रचना पर देखना सुखद है।हार्दिक आभार आदरणीया प्राची जी"

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"हार्दिक आभार आदरणीय "

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"हार्दिक आभार आदरणीय तेज वीर सिंह जी"

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आपके प्रश्न का अपनी समझ के अनुसार उत्तर देने की कोशिश की है आदरणीया "

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"इस मंच पर हम सब लघुकथा के विद्यार्थी  हैं जो पिछले सात आठ वर्षों से आदरणीय योगराज जी…"

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रोचक संस्मरण। पर क्षमा के साथ एक प्रश्न, क्या इसे लघुकथा कह सकते हैं ?"

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रोटी की राजनीति पर परोक्ष और सीधे लाजवाब तीर। जली रोटी पर छिटके अलग अलग आटे  वाह। हा…"

pratibha pande replied Nov 30, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-92 (विषय: रोटी)

55 Nov 30, 2022
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाई जी नमस्कार ग़ज़ल का अच्छी प्रयास है । आप को पुनः सृजन रत देखकर खुशी हो रही…"
3 minutes ago
Ravi Shukla commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय बृजेश जी प्रेम में आँसू और जदाई के परिणाम पर सुंदर ताना बाना बुना है आपने ।  कहीं नजर…"
12 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
Thursday
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
Thursday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"अपने शब्दों से हौसला बढ़ाने के लिए आभार आदरणीय बृजेश जी           …"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहेदुश्मनी हम से हमारे यार भी करते रहे....वाह वाह आदरणीय नीलेश…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों के संघर्ष को चित्रित करती एक बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी एक और खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू करवाने के लिए आपका आभार।    हरेक शेर…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय भंडारी जी बहुत ही खूब ग़ज़ल कही है सादर बधाई। दूसरे शेर के ऊला को ऐसे कहें तो "समय की धार…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय रवि शुक्ला जी रचना पटल पे आपका हार्दिक अभिनन्दन और आभार। लॉगिन पासवर्ड भूल जाने के कारण इतनी…"
Wednesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service