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धर्मेन्द्र कुमार सिंह's Discussions (2,689)

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"किसी माँग सूनी में तारे सजा दें चलो जिंदगी को मुहब्बत बना दें   न दिल रेत का है न तू…"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल कही है आपने। दिली दाद कुबूल फरमाइए।"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत खूबसूरत ख्याल हैं। बधाई"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बेहतरीन ग़ज़ल कही है दानी जी आपने। जितनी भी तारीफ करूँ कम होगी। हार्दिक बधाई स्वीकार क…"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल कही है मोईन भाई, दिली दाद कुबूल कीजिए।"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"वाह सीतापुरी जी, क्या बात है,बधाई स्वीकार कीजिए।"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल कही है अपने बृजेश जी, बधाई स्वीकार कीजिए।"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल है इमरान जी, हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"वाह अम्बरीष जी, बहुत खूबसूरत आगाज़ दिया है आपने इस मुशायरे को। सुंदर ग़ज़ल हेतु बधाई स्…"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १३ (Now closed with 762 Reply)

762 Jul 31, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत सुंदर रचना है। आखिरी की दो पंक्तियों ने तो इसमें चार चाँद लगा दिए हैं। बधाई स्व…"

धर्मेन्द्र कुमार सिंह replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

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