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Lata R.Ojha's Discussions (338)

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"सुना दी , सुन के  शाबाशी के  दो शब्दों की जगह कहा मात्र  एक शब्द 'नाईस ' और हम खुश ह…"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"बहुत बहुत आभार सौरभ जी ..मेरा उत्साह बढाने के लिए :)"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"कासे कहूं री सखी :)"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
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"बहुत बहुत धन्यवाद सौरभ जी :)"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
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"शारदा दी वर्षा ऋतू में कितनी दुर्घटनाएँ होती हैं ,कभी सडकों पे तो कभी नदियों में उफा…"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"आपकी ही रचना ने ये कहलवा लिया मुझसे वंदना दी :)))))))))))))))"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

" :))))))))))) dhanyvaad Tapan ji :)  "

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"माटी की सोंधी सी सुगंध ,करे मन को भावविभोर .. नैना चोरी चोरी ताकें मनमीत की ओर मनमीत…"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"मन आँगन भीगे तो कुछ लिखूँकोई रिमझिम अंतस मे उतरे तो कुछ लिखूँकिसी मेघा की गर्जन जगे…"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

"यादों की बात करके यादों में ले गए आप :) बधाई"

Lata R.Ojha replied Jul 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ९

1024 Jul 11, 2011
Reply by Admin

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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
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