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Harjeet Singh Khalsa's Discussions (198)

Discussions Replied To (197) Replies Latest Activity

"Aalok Ji......... Ye sher badhiya laga........ Ghazal Acchi ban padi hai मैं हूँ द…"

Harjeet Singh Khalsa replied Nov 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा"अंक २९

834 Dec 1, 2012
Reply by Saurabh Pandey

"मैंने खुद को अभी कहाँ जाना खुद को जानूं अगर दया कर दे [४] Waah Ambrish Jee  Great..…"

Harjeet Singh Khalsa replied Nov 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा"अंक २९

834 Dec 1, 2012
Reply by Saurabh Pandey

"दुश्मनों को भी हक बराबर दे,फूल दे हाथ में न खन्जर देझोलियाँ खुद ब खुद भरेगा वो,बस उठ…"

Harjeet Singh Khalsa replied Nov 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा"अंक २९

834 Dec 1, 2012
Reply by Saurabh Pandey

"""मैं ख़यालों में तेरे खोया हुआ हूँ रात दिन, लग रहा सीने मे कोई उठ रहा तूफ़ान है॥"" य…"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद्"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद्"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आप की ही संगति का असर है हुजुर.... यहीं इसी ओ बी ओ के मंच पर सीख रहा हूँ धन्यवाद्"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"योगराज जी, आपका बहुत धन्यवाद् जो आपने उस शेर को हटा दिया... वाकई वो ग़लत लिखा गया था.…"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"एक ग़ज़ल पेश है.... देखिये तो गिर गया कितना यहाँ इंसान है,चंद सिक्को के लिए अब बेचता ई…"

Harjeet Singh Khalsa replied Jul 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २५ (Now Closed With 1190 Replies)

1190 Jul 31, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"एक प्रयास यूँ ही मजाक मजाक में..... जबसे तुने अपने माथे बिंदी गोल सजाई है रात अमाव…"

Harjeet Singh Khalsa replied Jun 30, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २४ (Now Closed)

862 Jul 1, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

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