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Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,031)

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"अंबरीश जी हर शेर पर टिप्पणी के लिए किए गये आपके प्रयास वंदनीय हैं! आभारी हूँ!"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई आप की हिन्‍दी परम आदरणीय वृन्‍दावनलाल वर्मा जी की हिन्‍दी के युग मे ले जाती है।"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"  ना जाने कितने रिदों की भलाई हो गयी होती, सुराही आपको अपने को जो साग़र बना लेते |…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई आप तो बड़े शरारती निकले।"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आजकल साऊथ के दौरे पर हैं क्‍या।"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"ग़ज़ल के हुस्‍नो मिज़ाज़ में ग़ज़ल मिले तो कहने को क्‍या रह जाता है। हमारे दिल की आत…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"न तुमको रू-ब-रू पाया, न दिल की बोल ही पाये मिले जो काश तब होते, घड़ी सुन्दर बना लेतेम…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"न देते दिल को अहमियत, न करते बात उल्फत की हसीं होता सफर अगर खुद को पत्थर बना लेते ।…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"असल रोटी मकां कपड़ा गरज इन्सान की तो है अगर ज्यादा न भी होता गुजारे भर बना लेते   वाह…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बहुत खूब सतीश जी। वफ़ा की जानते वो कद्र दिल में घर बना लेते. मुहब्बत में ज़िगर को मस्…"

Tilak Raj Kapoor replied Nov 28, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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