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UMASHANKER MISHRA's Discussions (986)

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" जय हो संदीप भाई  आपने भी मेरे कहन पर ध्यान देते हुए मेरी भावनाओं को दाद दी  आपकी दा…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

" आपने सही फरमाया आदरणीय गणेश जी बागी जी  इस बहर के कहर से निकलने हमें क्लास में जाना…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

" बहुत बढ़िया प्रवीण जी  बहेतरीन है  हार्दिक बधाई "

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

" वाह राज साहब आपकी ये गजल तो और भी बेमिसाल है हर शेर एक से बढ़ कर एक है  हार्दिक बधाई "

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बहुत ही शानदार गजल  है आदरणीय राज जी  हर शेर जोरदार है  बहुत बहुत बधाई "

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आह भर ये जिंदगी समझो कुछ अखर गया वाह कह के दाद से सब कुछ निखर गया पाने की चाह सब को…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय अरुण जी आपके द्वारा दिए गये शेर पर अर्थ तो समझ आ रहा था   परन्तु आपकी विस्तृत…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

" वाह राज साहब आपने तो लूट लिया  उर्दू शब्दों के अर्थ प्रस्तुत कर आपने  हमें समझने हे…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय   अब्दुल लतीफ़ भाई साहब बेहद जानदार शेर है हर शेर अपनी अपनी जगह एक नया अंदाज न…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"(१)शब्दों के तीर छोड़ वो जैसे उधर गया    आँखों में गर्म खून का लावा उतर गया बहुत ...…"

UMASHANKER MISHRA replied Sep 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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"आदरणीय ग़ज़ल पर बधाई स्वीकारें गुणीजनों की इस्लाह से और बेहतर हो जायेगी"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"बधाई स्वीकार करें आदरणीय अच्छी ग़ज़ल हुई गुणीजनों की इस्लाह से और बेहतरीन हो जायेगी"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय ग़ज़ल मुकम्मल कराने के लिये सादर बदल के ज़ियादा बेहतर हो रहा है…"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
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