For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Mahendra Kumar's Discussions (2,169)

Discussions Replied To (2162) Replies Latest Activity

"उम्दा ग़ज़ल हुई है आदरणीया अंजलि जी. मतला और गिरह विशेष रूप से पसन्द आये. ढेर सारी बधा…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"हमेशा ज़ख़्म ही जिसने दिए हैं दूसरों कोअदब से नाम उसका ही पुकारा जा रहा है।। ...बहुत ख़…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"ग़ज़ल इससे भी मुश्किल बहर पर लिखने लगूंगा। हुनर मेरा 'अमित' कुछ औ निखारा जा रहा है।।…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"बहुत ही उम्दा ग़ज़ल हुई है आदरणीय मोहम्मद अनीस जी. ढेर सारी बधाई स्वीकार कीजिए. सादर."

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"बहुत-बहुत शुक्रिया सर. मैं आयोजन के बाद दोनों मिसरे बदलता हूँ. सादर."

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"जहाँ दौलत थी भारी और हल्के खूब रिश्तेहमें उस दौर में फिर  से  उतारा जा रहा है। ...बह…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"कभी जो चांद को भी दाग़वाला कह रहा था खुदी में डूबता खुद वह सितारा जा रहा है। ...बहुत…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"बढ़िया ग़ज़ल हुई है आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहब. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर."

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"निवारण के उपायों का बड़ा बाज़ार होगासमस्याओं को इस कारण उभारा जा रहा है ...बहुत ख़ूब!…"

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

"धन्यवाद आदरणीय अमित जी. दिल से शुक्रगुज़ार हूँ. सादर."

Mahendra Kumar replied Nov 23, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-113

157 Nov 23, 2019
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

LEKHRAJ MEENA is now a member of Open Books Online
19 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। समाँ वास्तव में काफिया में उचित नही…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, हार्दिक धन्यवाद।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तिलक राज जी सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, स्नेह और विस्तृत टिप्पणी से मार्गदर्शन के लिए…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service