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VASUDHA GADGIL's Discussions (124)

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"बहुत-बहुत आभार"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"आभार आदरणीय नीताजी"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"इस प्रोत्साहन और उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिये सादर धन्यवाद आदरणीय योगराजजी, आपके मार्…"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"प्रदत्त विषय पर सुंदर लघुकथा नीताजी, बधाई स्वीकारें।"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"उत्तम विषय, आदरणीय योगराजप्रभाकरजी के मार्गदर्शन से कथा यथोचित होगी।आगामी लेखन हेतु…"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"शिक्षाप्रद और सार्थक रचना, आदरणीय नयनाजी, बधाई स्वीकार करें"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"संवाद अच्छे हैं पर लघुकथा की भूमिका, कथानक को व्यक्त किया जाता तो लघुकथा की पूर्णता…"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"उफ्फ... बेहद लोमहर्षक, भयावह कथा।सच है स्त्रियों से लेकर भारत माता की असुरक्षित स्थि…"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"बहुत अच्छी कथा, कुछ टंकण त्रुटियों को ठीक किया जा सकता है।बहरहाल बधाई स्वीकार करें।"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"अब रात हो चुकी... शानदार जवाब, उम्दा कथा।बधाई स्वीकार करें मेघाजी"

VASUDHA GADGIL replied Nov 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

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