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Ganga Dhar Sharma 'Hindustan''s Discussions (264)

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"आदरणीय मिश्रा जी, मतले में ही आपने आध्यात्मिक रंग भर कर मुशायरे को एक नई ऊँचाई प्रदा…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Jan 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-67

742 Jan 23, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मिथिलेश जी, बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई ।  ताक़तें झूठ को मयस्सर त…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Jan 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-67

742 Jan 23, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"जो जहाँ भी जहाँ से उठता है  . तो ज़नाजा वहाँ से उठता है .   बात पूरी नहीं करी तो फिर.…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Jan 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-67

742 Jan 23, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मान्यवर अरुण जी , उत्साह-वर्धन के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद.............."

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Nov 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-65

555 Nov 28, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"माननीय मिथिलेश जी , आपके सुझाव एवं बधाई के लिए आपका हार्दिक आभार....................…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Nov 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-65

555 Nov 28, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"चाहे तो  पीर -पयंबर-कि कलंदर देखो मौत से छूट सके ना,  कि सिकंदर देखो  . ये कातिल नर…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Nov 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-65

555 Nov 28, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"हौंसला बढ़ाने के लिए बहुत - बहुत शुक्रिया शहजाद भाई............."

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रहने के मशागिल से घर अपने नही होतेलगते है मकीं अपने पर अपने नही होते...........वाह..…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"रिश्तों में दरारों से, हालात बदलते हैं वो साथ तो होते हैं, पर अपने नहीं होते........…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कहने को घरोंदें हैं पर अपने नहीं होते आजाद परिंदों के घर अपने नहीं होते पगड़ी जो परा…"

Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
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