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अरुण कुमार निगम's Discussions (3,693)

Discussions Replied To (2587) Replies Latest Activity

"आदरणीय दिलबाग जी, उम्दा गज़ल. नजरों से छूटे तीर हुए आर-पार हैंबेहोश दिल हुआ और हम बेक…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"राकेश त्रिपाठी जी, गज़ल मन को छू गई. दिल की बात दिल तक पहुँची....... जलवे तुम्हारे हु…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय आलोक जी, आपकी गज़ल ने तो बस लूट ही लिया..... तुमने न जाने कैसे हमें फूल कह दिय…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"खूबसूरत गज़ल कादिर साहब मालूम था के जायेगा इक दिन वो छोड़ कर   आँखें  हमारी  किस  लिए…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"चर्चे तो हुस्नो इश्क के यूं बेशुमार हैं , मेरी ग़ज़ल के शेर ही गुल हैं बहार हैं | अच…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"हाँ अब भी खुल तो सकती है तकदीर मुल्क की, तेरा ही जी न चाहे तो बातें हज़ार हैं | वाह,…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"कैसे लिखे पैग़ाम कोई उस दीवार पर बन्दूक के निशां तो वहां बेशुमार हैं उनको निकल आये ह…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सारे  के   सारे   शेर   बहुत   वजनदार  हैं जन्नत  की  वादियों  में   खड़े  देवदार  है…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"तेरा ही जी न चाहे तो बातें हजार हैं अपने      पसंदीदा     कई    संगीतकार    है नौशाद…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२

814 May 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"इस नेक व पुण्य कार्य में आपत्ति का प्रश्न ही नहीं उठता.ओबीओ ज़िंदाबाद.एडमिन महोदय का…"

अरुण कुमार निगम replied Apr 28, 2012 to एक घोषणा :- प्रतिष्ठित हिंदी समाचार पत्र "हमारा मेट्रो" आपकी रचनाओं को नियमित प्रकाशित करेगी...

131 Nov 25, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

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