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अरुण कुमार निगम's Discussions (3,693)

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"आपकी कीमती दाद के लिए शुक्रिया राणा जी, पहली बार ही ओबीओ से जुड़ा हूँ.ब्लॉग परिवार मे…"

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"खुले आकाश नीचे धूप में मजदूर सो जाते बना कर ईंट को तकिया ज़मीं बिस्तर बना लेते बहुत ख…"

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"हमारे बीच की इन दूरियों में कुछ कमी आती अगर कड़वे वचन को प्रेम का अक्षर बना लेते।  …"

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभार, अविनाश जी."

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभार, दिललबाग जी."

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आभार,सतीष जी."

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा अंक-17   ये मेहनत गाँव में करते तो अपना घर बना लेते  या  बूढ़े…"

अरुण कुमार निगम replied Nov 27, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १७

674 Nov 29, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है पहचान छुपा के जीता है, पहचान में फिर भी आता हैदिल…See More
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"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
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