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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,227)

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मुख्य प्रबंधक

"जन-जन बन जाता जो मालीसधते  जल-जीवन-हरियाली।।*काटे जंगल, नदियाँ लूटी व्यापारी बन दौ…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 14, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

मुख्य प्रबंधक

"दोहे *** जनसाधारण मौन  है, चुप्पी  साधे संतमंथर मंथर हो रहा, हरियाली का अन्त।१।*मुर…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 13, 2024 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-164

97 Jul 15, 2024
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आ. भाई संजय जी, सादर आभार।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई दयाराम जी, स्नेह के लिए सादर आभार।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई जैफ जी, सादर आभार।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई आजी तमाम जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. रिचा जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। "निकले तभी न यार कहीं अपने घर…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन।प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। गजल का प्रयास अच्छा है पर यह और समय चाहती है। भाई अम…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jun 28, 2024 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

245 Jun 29, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

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