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Usha Awasthi's Discussions (32)

Discussions Replied To (26) Replies Latest Activity

"भाई लक्ष्मण धामी जी ,धन्यवाद। मैं जो भी भाव आते हैं ,उन्हे लिख लेती हूँ। इसे किसी वि…"

Usha Awasthi replied May 10, 2020 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-115

90 May 11, 2020
Reply by Usha Awasthi

"घर परिवार धन्य भाग्य उनके बड़े , पलें बड़ों के बीच मिलते घर परिवार से,अनुशासन के बीज …"

Usha Awasthi replied May 9, 2020 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-115

90 May 11, 2020
Reply by Usha Awasthi

"मेरा मनोबल बढ़ाने हेतुआप सभी को हार्दिक धन्यवाद"

Usha Awasthi replied Jan 12, 2020 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-111

73 Jan 13, 2020
Reply by Dr. Vijai Shanker

"सारा जगत प्रपंच है माया का भ्रमजाल चौरासी का पाश यह जन्म-जन्म का काल क्यों फंसता इस…"

Usha Awasthi replied Jan 12, 2020 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-111

73 Jan 13, 2020
Reply by Dr. Vijai Shanker

"सारा जगत प्रपंच है माया का भ्रम जाल चौरासी का पाश यह जनम-जनम का काल क्यों फंसता इस…"

Usha Awasthi replied Jan 12, 2020 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-111

73 Jan 13, 2020
Reply by Dr. Vijai Shanker

"उषा अवस्थी रिमझिम-रिमझिम बदरा बरसे (अजहूँ न आए पिया रे)2 (ये बदरा कारे कजरारे बार-बा…"

Usha Awasthi replied Aug 11, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-94

303 Aug 11, 2018
Reply by Samar kabeer

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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । हो सकता आपको लगता है मगर मैं अपने भाव…"
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Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"अच्छे कहे जा सकते हैं, दोहे.किन्तु, पहला दोहा, अर्थ- भाव के साथ ही अन्याय कर रहा है।"
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तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
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सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
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दोहा सप्तक. . . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
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Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"ऐसी कविताओं के लिए लघु कविता की संज्ञा पहली बार सुन रहा हूँ। अलबत्ता विभिन्न नामों से ऐसी कविताएँ…"
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सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

छन्न पकैया (सार छंद)

छन्न पकैया (सार छंद)-----------------------------छन्न पकैया - छन्न पकैया, तीन रंग का झंडा।लहराता अब…See More
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"आदरणीय सुधार कर दिया गया है "
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। बहुत भावपूर्ण कविता हुई है। हार्दिक बधाई।"
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Aazi Tamaam posted a blog post

ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के

२२ २२ २२ २२ २२ २चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल केहो जाएँ आसान रास्ते मंज़िल केहर पल अपना जिगर जलाना…See More
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सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

गहरी दरारें (लघु कविता)

गहरी दरारें (लघु कविता)********************जैसे किसी तालाब कासारा जल सूखकरतलहटी में फट गई हों गहरी…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

शेष रखने कुटी हम तुले रात भर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

212/212/212/212 **** केश जब तब घटा के खुले रात भर ठोस पत्थर  हुए   बुलबुले  रात भर।। * देख…See More
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