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Er. Ambarish Srivastava's Discussions (6,307)

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प्रधान संपादक

"धन्यवाद आदरणीय प्रधान संपादक जी, इस त्वरित व सारगर्भित लेखा-जोखा के प्रस्तुतीकरण के…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 21, 2011 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक-३ का लेखा जोखा

6 Jun 22, 2011
Reply by वीनस केसरी

"आदरणीया शन्नो जी आपका बहुत-बहुत आभार !"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 21, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक ३ प्रतियोगिता १६३३ Reply का नया कीर्तिमान...

29 Jun 27, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सर्वप्रथम  हम आप सभी का  हार्दिक अभिनंदन करते हैं  क्योंकि यह सब आप सभी ओ बी ओ मित्र…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 21, 2011 to "चित्र से काव्य तक" अंक ३ प्रतियोगिता १६३३ Reply का नया कीर्तिमान...

29 Jun 27, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद भाई |"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 21, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद आदरणीय ! आपका हृदय से आभार !"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 17, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद आदरणीय प्रधान संपादक जी ! सच को सच साबित करने के लिए आपका हृदय से आभार !"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 17, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"//हमें अपने बीच कोईदेव/देवता नहीं, बल्कि मनुष्य ही चाहिए. इस ऊर्जस्वी  विचार के साथ…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 14, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"कोई भी कलाकार चाहे कितना ही योग्य क्यों न हो यदि उसके नैतिक मूल्यों गिरावट आ जाती है…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 13, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"कला के नाम पर सम्पूर्ण नारी जाति की नंगी तस्वीरें बनाने की उसकी आदतों के बारे में अब…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 11, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्मों से ही पहचाना जाता है निःसंदेह वह एक बेहतरीन कलाकार थे .…"

Er. Ambarish Srivastava replied Jun 11, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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"हार्दिक आभार आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी"
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"आदरणीय अखिलेश जी उत्साहवर्धन के लिये आपका हार्दिक आभार। "
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 159 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. भाई अखिलेश जी, सादर अभिवादन। चित्रानुरूप उत्तम छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
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