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munish tanha's Discussions (683)

Discussions Replied To (683) Replies Latest Activity

"खट्टे  निंबू के छिलके,   परोसे पशु समझ कोई दे प्यार से विष तो अपना कहें जिसे वाह झा…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"हासिल भले ही खूब  हो तदबीर से मगरदेती है कुछ तो भाल की रेखा कहें जिसे मुसाफ़िर जी क्य…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"रो लेंगे हम सकून से गर छोड़ जाए वो,मरहूम कब से लज्जत-ए-गिरिया कहें जिसे नमन साहिब को…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय  समर साहिब खूबसूरत ग़ज़ल के लिए धन्यवाद  किरदार अपना ऐसा बनाना है दोस्तोसब लोग…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"ये दर्दे दिल तो खास है अपना कहें जिसे वरना यहाँ पे कौन है सच्चा कहें जिसे हर फ़िक्र द…"

munish tanha replied Sep 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-99

458 Sep 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"बहुतअच्छी गज़ल बधाई जी"

munish tanha replied Aug 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-98

274 Aug 25, 2018
Reply by Samar kabeer

"दर्दे दिल की वो कहानी को सुनाते भी नहीं  हाल पूछे कोई कैसे वो बताते भी नहीं  खत्म र…"

munish tanha replied Aug 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-98

274 Aug 25, 2018
Reply by Samar kabeer

"­इस ज़मीं पे हर जगह गर आशिया हो जाएँगे रोग पीड़ा फ़िक्र फिर सब देरमां हो जाएँगे   गर खु…"

munish tanha replied Jul 27, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"प्यार की इक हसीं निशानी है जो मुझे आपको दिखानी है लफ्ज़ दर लफ्ज़ याद है मुझको बात बेश…"

munish tanha replied Jun 27, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"         ग़ज़ल   लड़खड़ाया है सदा झूठ का लहजा देखो सच दमकता ही रहेगा मेरा चेहरा देखो चै…"

munish tanha replied May 25, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-95

166 May 26, 2018
Reply by Samar kabeer

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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन पर आपकी विस्तृत समीक्षा का तहे दिल से शुक्रिया । आपके हर बिन्दु से मैं…"
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'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
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"आदरणीय सुशील सरनाजी, आपके नजर परक दोहे पठनीय हैं. आपने दृष्टि (नजर) को आधार बना कर अच्छे दोहे…"
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२१२२       २१२२        २१२२   औपचारिकता न खा जाये सरलता********************************ये अँधेरा,…See More
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दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
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"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल आपको अच्छी लगी यह मेरे लिए हर्ष का विषय है। स्नेह के लिए…"
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गिरिराज भंडारी commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ भाई , ' गाली ' जैसी कठिन रदीफ़ को आपने जिस खूबसूरती से निभाया है , काबिले…"
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गिरिराज भंडारी commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सुशील भाई , अच्छे दोहों की रचना की है आपने , हार्दिक बधाई स्वीकार करें "
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गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है , दिल से बधाई स्वीकार करें "
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